डिएगो माराडोना की फेमस "हैंड ऑफ गॉड" जर्सी को नीलामी में मिली सबसे बड़ी रकम
- काफी समय तक राष्ट्रीय फुटबॉल संग्रहालय में रही जर्सी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। फुटबॉल के सबसे बड़े दिग्गजों में शुमार डिएगो माराडोना की फेमस "हैंड ऑफ गॉड" जर्सी को किसी भी खेल संबंधित वस्तु की नीलामी में अभी तक की सबसे ज्यादा रकम मिली है।
1986 के विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ विवादास्पद "हैंड ऑफ गॉड" गोल करते समय डिएगो माराडोना द्वारा पहनी गई जर्सी को नीलामी में 7.1 मिलियन पाउंड (9.3 मिलियन डॉलर) लगभग 68 करोड़ रुपये मिले है।
इस मुकाबले में अर्जेंटीना ने इंग्लैंड को 2-1 से मात दी थी और टूर्नामेंट में आगे चलकर विश्व कप पर कब्जा जमाया था।
इससे पहले मॉडर्न ओलंपिक मूवमेंट की शुरुआत करने वाले घोषणापत्र के लिए दिसंबर 2019 की नीलामी में रिकॉर्ड 8.8 मिलियन डॉलर वहीं स्पोर्ट्सवियर के एक टुकड़े का पिछला रिकॉर्ड 2019 में बेबे रूथ न्यूयॉर्क यांकीज जर्सी के लिए $ 5.64 मिलियन था।
बुधवार को ऑक्शनर सोथबी ने ऑनलाइन नीलामी में शर्ट को बेचा। इसके खरीदार के नाम का अभी तक खुलासा नहीं किया गया है।
बता दें इसी जर्सी में माराडोना ने 22 जून 1986 को मैक्सिको सिटी में क्वार्टर-फाइनल मैच के दौरान इंग्लैंड के खिलाफ दो गोल दागे थे, जिसमें फेमस फेमस "हैंड ऑफ गॉड" गोल भी शामिल था। दरअसल, इस मैच में माराडोना हेडर से गोल करना चाहते थे, लेकिन फुटबॉल उनके सिर के बजाय हाथ से टकराकर गोल पोस्ट में चली गई थी और मैच रेफरी इसे नहीं देख पाए और लीगल गोल करार दिया गया।
मैच के बाद माराडोना ने कहा था कि इसे थोड़ा मेरे सिर और थोड़ा भगवान के हाथ से बनाया गया है। इसलिए इस गोल को "हैंड ऑफ गॉड" की उपाधि दी गई । इसके बाद 2002 में उन्होंने पूरी इंग्लैंड की टीम के सामने गेंद को ड्रिबल करते हुए, गोलपोस्ट में डाल दिया था। 2002 के फीफा पोल में इसे "गोल ऑफ द सेंचुरी" यानि सदी का गोल चुना गया था।
काफी समय तक राष्ट्रीय फुटबॉल संग्रहालय में रही जर्सी
मुकाबला खत्म होने के बाद माराडोना ने इस जर्सी की इंग्लैंड के मिडफील्डर स्टीव हॉज के साथ अदला-बदली की थी, जो फुटबॉल का एक सामान्य रूटीन है। काफी समय तक यह मैनचेस्टर में इंग्लैंड के राष्ट्रीय फुटबॉल संग्रहालय में रही ।
पिछले महीने नीलामी की घोषणा के बाद, माराडोना के रिश्तेदारों को संदेह हुआ कि यह जर्सी वो नहीं है, जिसे दिग्गज ने 1986 में पहना था। नीलामी घर ने कहा कि शर्ट की पहचान स्पोर्ट्स मेमोरैबिलिया फोटो-मैचिंग फर्म रेजोल्यूशन फोटोमैचिंग द्वारा की गई है और ऑक्शनर सोथबी के मुख्य विज्ञान अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है।
स्ट्रीटवियर और आधुनिक संग्रहणीय वस्तुओं के प्रमुख ब्रह्म वाचर ने कहा, "जर्सी ना केवल खेल के इतिहास में, बल्कि 20 वीं शताब्दी के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण की एक वास्तविक याद दिलाता है।"
आपको बता दे, अब तक के सबसे महान खिलाड़ियों में शुमार डिएगो माराडोना का नवंबर 2020 में 60 वर्ष की आयु में निधन हो गया था।
Created On :   5 May 2022 1:11 PM IST