महाराष्ट्र में कोविड-19 के 60 दिन, मौत का आंकड़ा 1 से बढ़कर 1135 हुआ
मुंबई, 17 मई (आईएएनएस)। महाराष्ट्र के मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में 17 मार्च को 64 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जो राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए पहली चेतवानी थी।
ठीक 60 दिनों बाद, राज्य में मृतकों की संख्या 1 से बढ़कर 1,135 हो गई है -इसे प्रति दिन 19 मौतों का औसत भी कह सकते हैं।
मुंबई में ही पहली मौत के बाद से मृत्यु का आंकड़ा 696 पहुंच गया है, जो प्रति दिन लगभग 11 मौतों का औसत है।
वहीं संक्रमण के मामले में राज्य में नौ मार्च को केवल दो मामले थे, जहां से आंकड़ा बढ़कर अब 30,706 हो गया है। यह पिछले 70 दिनों में प्रति दिन 438 मामलों का एक चौंका देने वाला औसत है।
पहली मौत (17 मार्च को) से 72 घंटे पहले ही राज्य ने महामारी रोग अधिनियम, 1897 (13 मार्च) और अगले दिन द महाराष्ट्र कोविड-19 रेगुलेशन, 2020 (14 मार्च) को लागू कर दिया था।
अगले दिन 15 मार्च को राज्य पहले से ही एक आंशिक एहतियाती लॉकडाउन में बंद हो गया था।
31 मार्च तक पहले चरण के लॉकडाउन के दौरान राज्य में 10 मौतें दर्ज की गईं, वहीं राज्य में 302 मरीज थे और मुंबई में सात मौतों के साथ 151 मरीज थे।
15 अप्रैल के दूसरे लॉकडाउन तक राज्य में 2,916 मामलों के साथ 187 मौतें हुईं और मुंबई में 114 मौतें हुईं और 1,896 मरीज थे।
जब 30 अप्रैल को तीसरा लॉकडाउन था, तब राज्य में 10,498 रोगियों के साथ 459 मौतें दर्ज की गईं और मुंबई में 290 मौतें और 7,061 मामले सामने आ चुके थे, जिनमें एक दर्जन पुलिसकर्मी भी शामिल थे।
इस बीच 7,088 मरीज पूरी तरह से ठीक होकर घर भी गए। जबकि राज्य की मृत्यु दर जो एक समय दुनिया में सबसे ज्यादा थी अब लगभग आधे वैश्विक औसत पर आ गई है, और राष्ट्रीय औसत के करीब है।
17 मई तक मुंबई 696 मौतों और 18,555 मामलों के साथ देश की कोरोना राजधानी बन गया है, इसके अलावा महाराष्ट्र में 1,135 मौतें हो चुकी हैं और 30,706 मरीज हैं।
मुंबई के अलावा कोरोना से बुरी तरह प्रभावित अन्य स्थानों में 212 मौतों के साथ पुणे डिवीजन (4,149 मामले), 78 मौतों (1,256 मामले) के साथ नासिक डिवीजन, 72 मौतों (4,638 मामले) के साथ ठाणे-रायगढ़ हैं।
इसके बाद अकोला डिवीजन में 28 मौतें (466 मामले), औरंगाबाद डिवीजन में 26 मौतें (966 मामले), कोल्हापुर डिवीजन में पांच मौतें (173 मामले), लातूर डिवीजन में पांच मौतें (101 मामले), और नागपुर डिवीजन में पांच मौतें (361 मामले) हैं।
बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के अधिकार क्षेत्र में, एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी, धारावी और दादर और माहिम (जी/उत्तर वार्ड) के आसपास 1,300 से अधिक मामले हैं।
राज्य सरकार निजी क्षेत्र और बीएमसी के साथ हर उपलब्ध स्थान को संगरोध सुविधाओं के रूप में उपयोग करने में जुटी हुई है।
वुहान जैसे कम से कम चार विशाल अस्पताल गोरेगांव के नेस्को, बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स, नेशनल स्पोर्ट्स क्लब ऑफ इंडिया और वानखेड़े स्टेडियम में चल रहे हैं। इसके अलावा कोरोनावायरस रोगियों के लिए विभिन्न स्थानों पर लगभग 200 सुविधाएं बनाई गई हैं।
Created On :   17 May 2020 4:30 PM IST