भारत में चीन के एक्यूपंक्चर को बढ़ावा देने के लिए एमओसी
- पारंपरिक चीनी चिकित्सा के गुझझोउ विश्वविद्यालय व डॉ. डी.एन. कोटनिस हेल्थ एंड एजुकेशन सेंटर पंजाब ने एक्यूपंक्चर अनुसंधान व शिक्षा में सहयोग के साथ दूसरे अकादमिक व सांस्कृतिक क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए सहयोग ज्ञापन (एमओसी) पर हस्ताक्षर किए हैं
- समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक
- एमओसी पर शनिवार को गुइझोउ एक्यूपंक्चर व मोक्सीबस्टन एसोसिएशन यांग शीओफांग के उपाध्यक्ष व डॉ
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, एमओसी पर शनिवार को गुइझोउ एक्यूपंक्चर व मोक्सीबस्टन एसोसिएशन यांग शीओफांग के उपाध्यक्ष व डॉ. डी.एन. कोटनिस हेल्थ एंड एजुकेशन सेंटर के मेडिकल सुपरिटेंडेंट इंद्रजीत सिंह ढींगरा ने हस्ताक्षर किए।
ढींगरा ने सिन्हुआ से रविवार को कहा कि यह लुधियाना में एक एक्यूपंक्चर इंस्टीट्यूट बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगा, जहां डिग्री कोर्स का प्रस्ताव है।
डब्ल्यूएफएएस के एडु के ओवरसीज मैनेजर झोउ शीओसु ने कहा कि एमओसी पर हस्ताक्षर लुधियाना में एक्यूपंक्चर पर अंतर्राष्ट्रीय उन्नत कार्यशाला-सह-प्रशिक्षण से इतर हस्ताक्षर किए गए। इस तरह की पहली कार्यशाला चीनी जानकारों की मदद से आयोजित की जा रही है। इसे वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ एक्यूपंक्चर एंड मोक्सीबस्टन सोसाइटी एजुकेशन (डब्ल्यूएफएएस, एडु) के सहयोग से आयोजित किया गया।
दस दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर, पैरालसिस, फेसिअल पैरालिसिस, क्रोनिक पेन सिंड्रोम, कॉस्मेटिक प्रॉब्लम, अलोपेसिया, नर्व वीकनेस, स्ट्रेस मैनेजमेंट व बहुत से नई तकनीकी जैसे कैटगट एंबेडिंग थेरेपी शामिल हैं।
सत्र के दौरान चीन के चिकित्सक नि:शुल्क परामर्श भी प्रदान करेंगे।
--आईएएनएस
Created On :   28 July 2019 1:30 PM GMT