गुजरात में शनिवार से कोविड-19 के लिए प्लाज्मा थेरेपी
गांधीनगर, 18 अप्रैल (आईएएनएस)। केरल के बाद अब गुजरात कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिए शनिवार से कॉनवलसेंट प्लाज्मा थेरेपी शुरू करने जा रहा है। ऐसा करने वाला यह देश का दूसरा राज्य होगा। केंद्र सरकार की संबंधित एजेंसियों से मौखिक रूप से अनुमति मिल गई है और राज्य ने अहमदाबाद के दो अस्पतालों में इस थैरेपी से गंभीर रोगियों के उपचार शुरू करने की तैयारी शुरू कर दी है।
गुजरात के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की प्रमुख सचिव, जयंती रवि ने मीडिया से कहा, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने कॉनवलसेंट प्लाज्मा थैरेपी के माध्यम से कोविड-19 रोगियों के उपचार के परीक्षणों के बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। हमने ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) से भी टेलीफोन के माध्यम से मौखिक स्वीकृति प्राप्त कर ली है और मरीजों पर इस तरह के क्लिनिकल परीक्षण की तैयारियों के लिए हम आगे बढ़ रहे हैं।
जयंत रवि ने आईएएनएस को बताया, हमें ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च से मौखिक स्वीकृतियां मिली हैं। हमें कहा गया है कि इस तरह के क्लिनिकल ट्रायल शुरू करने की तैयारी करें।
उन्होंने कहा, हमारी इच्छा है कि हम आज से ही यह थैरेपी शुरू कर दें। यह एक नई चिकित्सा है, जो परीक्षण के आधार पर होगी। इसलिए उपचार के लिए जाने से पहले, रोगी की सहमति प्राप्त कर ली जाएगी। उपचार के लिए आवश्यक प्रोटोकॉल बनाए जा रहे हैं।
अहमदाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज की टीम और एसवीपी अस्पताल में की टीम ने आईसीएमआर में कॉनवलसेंट प्लाज्मा थेरेपी शुरू करने के लिए आवेदन किया था ताकि राज्य में गंभीर वायरस संक्रमित रोगियों के इलाज के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सके।
अभी केवल केरल राज्य ने इसकी अनुमति प्राप्त की थी और वह इस उपचार का उपयोग कोविड -19 के गंभीर रोगियों को ठीक करने के लिए कर रहा है।
द कॉनवलसेंट प्लाज्मा थेरेपी में ऐसे कोविड -19 पॉजिटिव मरीज का प्लाज्मा लिया जाता है, जो इस बीमारी से उबर चुका होता है और फिर इसे ऐसे कोविड-19 मरीज में ट्रांसफ्यूज किया जाता है, जो क्रिटिकल होता है।
रवि ने शुक्रवार को मीडिया को बताया, गुजरात में कई ऐसे रोगी हैं, जिन्हें छुट्टी मिल गई है और वे आइसोलेशन में रह रहे हैं। अगर हम अनुमति लेते हैं, तो वे इस तरह से दूसरे मरीजों की मदद करने के लिए तैयार हैं।
गुजरात में शनिवार सुबह तक 1,272 मामले आ चुके थे और 48 रोगी दम तोड़ चुके हैं। देश के कई विकसित राज्यों की तुलना में गुजरात में कोविड-19 रोगियों की मृत्यु दर काफी अधिक है।
गुजरात में मृत्यु दर 3.77 है, जो पड़ोसी राज्य राजस्थान की मृत्यु दर 0.89 से काफी अधिक है। वहीं तमिलनाडु में मृत्यु दर 1.13 है, दिल्ली में 2.46 और आंध्र प्रदेश में 2.44 है। यहां तक कि बीमारू राज्य माने जाने वाले यूपी में मृत्यु दर 1.64 है।
Created On :   18 April 2020 6:01 PM IST