भारत को GSP से बाहर करेगा अमेरिका, 40 हजार करोड़ रु का ड्यूटी फ्री इंपोर्ट होगा बंद
डिजिटल डेस्क, वाशिंगटन। GSP पर अमेरिका भारत को बड़ा झटका देने जा रहा है। अमेरिका ने कहा है कि वह भारत और तुर्की देश से जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंसेंज (GSP) का दर्जा वापस लेगा। सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संसद में ये जानकारी दी। अमेरिकी कानून के मुताबिक यह बदलाव नोटिफिकेशन जारी होने के 2 महीने बाद लागू हो पाएंगे। जीएसपी के दर्जा वापस लिए जाने से भारत को 5.6 अरब डॉलर यानी कुल 40 हजार करोड़ का नुकसान होगा। जीएसपी से बाहर रहने पर भारत को इसका फायदा नहीं मिलेगा। भारत जीएसपी का सबसे बड़ा लाभार्थी देश है। अमेरिका के जीएसपी कार्यक्रम में शामिल देशों को विशेष तरजीह दी जाती है। अमेरिका उन देशों से एक तय राशि के आयात पर शुल्क नहीं लेता।
United States Trade Representative: At direction of President Donald Trump, US Trade Representative Robert Lighthizer announced that US intends to terminate India’s Turkey’s designations as Beneficiary Developing Countries under Generalized System of Preferences (GSP) program pic.twitter.com/cMWnnb3vGV
— ANI (@ANI) March 5, 2019
अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि ने कहा, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्देश पर अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटहाइजर ने घोषणा की कि अमेरिका भारत और तुर्की से जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंसेंज कार्यक्रम के लाभार्थी का दर्जा वापस लेगा। जीएसपी की भागीदारी को समाप्त करना भारत के खिलाफ सबसे मजबूत दंडात्मक कार्रवाई होगी। हाल ही में ट्रंप ने भारत को ऊंची दर से शुल्क लगाने वाला देश बताते हुए अपने समर्थकों से कहा था कि वह अमेरिका में आने वाले सामानों पर परस्पर बराबर शुल्क या कम से कम कोई शुल्क लगाना चाहते हैं। ट्रंप ने कहा, भारत काफी ऊंची दर से शुल्क लगाने वाला देश है। वे हमसे काफी शुल्क वसूलते हैं।
ऐसे होगी कार्रवाई
ट्रंप की ओर से फैसले पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद 60 दिन का नोटिफिकेशन भेज दिया गया है। जीएसपी समाप्त करने की यही लीगल प्रोसेस है। भारत और तुर्की के लगभग 2 हजार प्रोडक्ट हैं जो इसके प्रभाव में आएंगे। इनमें ऑटो पार्ट्स, इंडस्ट्रियल वॉल्व और टेक्सटाइल मैटीरियल प्रमुख हैं।
भारत ने नहीं किया आश्वस्त
ट्रंप ने अपने फैसले से पहले कहा कि भारत ने हमें इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं किया कि वह अपने बाजार में भी हमारे प्रोडक्ट की पहुंच कहां तक और कितना आसान बनाएगा। तुर्की के बारे में ट्रंप ने कहा कि वहां की आर्थिक तरक्की देखकर उसे विकासशील देशों की श्रेणी में नहीं रख सकते।
लोकसभा चुनाव से पहले झटका
ट्रंप का यह फैसला ऐसे वक्त में सामने आया है जब भारत में लोकसभा चुनाव है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए यह मुश्किल हो सकता है क्योंकि उन्हें चुनावी माहौल में देश की आर्थिक प्रगति की चिंता सता सकती है। दूसरी ओर, ट्रंप और तुर्की के प्रधानमंत्री अर्दोगन के बीच संबंधों में खटास जगजाहिर है। वहां की अर्थव्यवस्था भी कमजोर होती जा रही है।
Created On :   5 March 2019 9:34 AM IST