बिल गेट्स : चीन के अनुभवों से वैश्विक महामारी के मुकाबले में परिवर्तन आया

Bill Gates: Chinas experiences change in the face of the global epidemic
बिल गेट्स : चीन के अनुभवों से वैश्विक महामारी के मुकाबले में परिवर्तन आया
बिल गेट्स : चीन के अनुभवों से वैश्विक महामारी के मुकाबले में परिवर्तन आया

बीजिंग, 10 अप्रैल (आईएएनएस)। अमेरिकी गेट्स फाउंडेशन के सह-अध्यक्ष बिल गेट्स ने कहा कि पूरे चीन में पुष्ट मामलों की संख्या बहुत कम हो गई, विशेष रूप से वुहान में, जो एक बहुत अच्छी खबर है। मुझे विश्वास है कि सख्त अलगाव के दौरान सभी लोग कई कठिनाइयों से गुजरे हैं। हमें उन्हें बधाई देना चाहिए। अलगाव के कदमों का अच्छा प्रभाव हुआ। इसलिए अब काम और अध्ययन के फिर से शुरू करने पर विचार करने के लिए समय है।

उन्होंने चीन के महामारी के मुकाबले के कदमों की प्रशंसा करते हुए कहा कि चीन सरकार ने जनवरी के अंत से महामारी के मुकाबले में पूरी तरह शक्ति लगायी और संपर्क को कम करने व अलगाव के कदम उठाये, जिससे अच्छे परिणाम प्राप्त हुए। दुनिया में महामारी का अनुभव करने और मुकाबला करने वाला पहले देश के रूप में चीन ने शुरू में बड़ी चुनौतियों का सामना किया क्योंकि लोग बीमारी के बारे में बहुत कम जानते थे। लेकिन अब चीन अन्य देशों की मदद कर रहा है।

गेट्स ने कहा कि चीन का अनुभव कम से कम उन देशों के लिए रोकथाम और नियंत्रण का मॉडल प्रदान करता है जो चीन के समान धनी और समृद्ध हैं। लेकिन प्रत्येक देश के अपने विचार हैं और वे पूरी तरह से चीन के अनुभव नहीं सीखेंगे, जो अपनी सामाजिक स्थितियों पर निर्भर करता है। अमेरिका के लिए न्यूयॉर्क जैसे शहरों में अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की बड़ी संख्या है और आयातित मामलों की बड़ी संभावना है। विभिन्न कारणों से न्यूयॉर्क ने बहुत पहले से कार्रवाई नहीं की। लेकिन अब उसकी कार्रवाई की गति बहुत तेज हो गई है।

बिल गेट्स ने यह भी कहा कि महामारी से पता चलता है कि चाहे व्यक्ति हो या देश एक दूसरे पर निर्भर करते हैं। वैश्विक महामारी के प्रसार को रोकने के लिए हमें सबसे प्रभावी कर्मियों, सबसे प्रभावी टीकों और सबसे प्रभावी दवाओं को खोजने की आवश्यकता है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि हम सिर्फ एक देश की सेवा नहीं कर सकते, बल्कि पूरी दुनिया के लिए कर सकते हैं। इसमें वे देश शामिल हैं, जिनके पास टीका अनुसंधान और विकास और उत्पादन संसाधनों की कमी है। हमें व्यावहारिक कार्यों में इन देशों को मदद करने पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए।

(साभार-चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पेइचिंग)

-- आईएएनएस

Created On :   11 April 2020 1:00 AM IST

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