इथियोपियन-लॉयन एयर प्लेन क्रैश की वजह समान, ब्लैक बॉक्स की जांच में आया सामने

इथियोपियन-लॉयन एयर प्लेन क्रैश की वजह समान, ब्लैक बॉक्स की जांच में आया सामने

डिजिटल डेस्क, अदीस अबाबा। इथियोपियन और लॉयन एयरलाइंस के विमानों के क्रैश होने की वजह समान थी। इथियोपियन एयरलाइंस के विमान के फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (ब्लैक बॉक्स) की जांच के बाद ये बात सामने आई है। इथियोपिया के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर ने रविवार को इसकी जानकारी दी। बता दें कि दोनों क्रैश विमान बोइंग 737 मैक्स 8 सीरीज के थे। इथियोपियन एयरलाइन का विमान 10 मार्च को जबकि इंडोनेशिया के लॉयन एयरलाइंस का विमान 29 अक्टूबर 2018 में क्रैश हुआ था।

डगमाविट मोगेस ने पत्रकारों को बताया कि विमान में मिला ब्लैक बॉक्स अच्छी स्थिति में था। ब्लैक बॉक्स का डेटा और वॉयस रिकॉर्ड अच्छा था जिस कारण दुर्घटना का पता लगाने के लिए पर्याप्त डेटा रिकवर कर लिया गया है। मोगेस ने कहा कि उनके मंत्रालय का दुर्घटना जांच ब्यूरो सिर्फ 30 दिनों में फ्लाइट 302 पर क्या हुआ, इस बारे में प्रारंभिक रिपोर्ट जारी करेगा। उन्होंने कहा, "फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर की जांच के दौरान इथियोपियाई एयरलाइंस फ्लाइट 302 और इंडोनेशियाई लायन एयर फ्लाइट 610 के बीच स्पष्ट समानताएं नोट की गईं, जो आगे की जांच का विषय होगा।"

इथियोपियन एयरलाइंस के फ्लाइट से मिला डेटा और सैटेलाइट से मिली जानकारी में सामने आया है कि क्रैश होने से पहले जब प्लेन 6 मिनट तक हवा में था उस समय विमान का रास्ता अनियमित था। प्लेन ऊपर और नीचे जाता है और फिर ऊपर जाता है। इस दौरान प्लेन की स्पीड भी सामान्य टेकऑफ प्रक्रिया से ज्यादा था। प्लेन को उड़ा रहे पायलेट येरेड गेटाचेव अनुभवी पायलेट ते उनके पास 8,000 घंटे से अधिक घंटों की उड़ान का अनुभव था। बता दें कि ये विमान अदीस अबाबा एयरपोर्ट से उड़ान भरने के बाद खेत में क्रैश हो गया था। जिसमें विमान में सवार सभी 157 लोगों की मौत हो गई थी।

इथियोपिया के जांचकर्ता गुरुवार को वॉयस और डेटा रिकॉर्डर्स के साथ फ्रांस रवाना हुए थे। फ्रांस के ब्यूरो ऑफ इंक्वायरी एंड एनालिसिस फॉर सिविल एविएशन सेफ्टी में इसका विश्लेषण किया जा रहा था। डगमाविट ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड भी इस विश्लेषण में शामिल था।

पिछले साल अक्टूबर में इंडोनेशियाई कंपनी लॉयन एयर का बोइंग-737 मैक्स 8 का नया विमान जकार्ता में क्रैश हो गया था। इसमें 189 लोगों की मौत हुई थी। तब ब्लैक बॉक्स की जांच में सामने आया था कि लॉयन एयर का विमान ऊंचाई पर पहुंचने के बाद अचानक से नीचे जाकर क्रैश हो गया। इसके बाद कई विशेषज्ञों ने इसे बोइंग के नए मॉडल की तकनीकी दिक्कत बताया था।

प्रारंभिक जांच में सेंसर के गलत डेटा की ओर इशारा किया गया था, जिससे विमान की नई स्वचालित स्टेबलाइजर प्रणाली जेट को आगे ने नीचे धकेल देती थी। विमान को वापस ऊपर लाने के लिए पायलटों ने संघर्ष किया और अंत में वह जावा सागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

Created On :   17 March 2019 7:24 PM GMT

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