चीन की नागरिक संहिता ने जनता की इच्छा प्रतिबिंबित की

Chinas civil code reflects the will of the public
चीन की नागरिक संहिता ने जनता की इच्छा प्रतिबिंबित की
चीन की नागरिक संहिता ने जनता की इच्छा प्रतिबिंबित की

बीजिंग, 29 मई (आईएएनएस)। नये चीन की पहली नागरिक संहिता नेशनल पीपुल्स कांग्रेस के तीसरे सत्र में मतदान से पारित हुई, जो 1 जनवरी 2021 को लागू होगी। चीनी कानून विशेषज्ञों के विचार में इस नागरिक संहिता ने जनता की इच्छा प्रतिबिंबित की है। उस की स्पष्ट युगांतर और चीनी विशेषताएं होती हैं, जो नये युग में सुधार, खुलेपन और समाजवादी आधुनिक निर्माण के लिए अधिक संपूर्ण नागरिक कानून की गारंटी प्रदान करेगी।

नागरिक संहिता के कुल 7 अध्याय और 1260 धाराएं हैं। इन में व्यक्तित्व अधिकार के बारे में एक स्वतंत्र अध्याय है, जो संहिता की एक बड़ी ध्यानाकर्षक बिंदु है। एनपीसी संविधान और कानून समिति के सदस्य सुन श्येनचुंग ने नागरिक संहिता बनाने में भाग लिया। उन्होंने बताया कि इस संहिता में व्यक्तित्व के सम्मान और शारीरिक मुक्ति की सुरक्षा को मजबूत बनाने पर जोर दिया गया, जिस से व्यक्ति की मानसिक मांग और अधिकार की मांग को एक नयी ऊंचाई पर पहुंचाया गया है।

चीनी सर्वोच्च जन न्यायालय के उप प्रमुख ली श्योपिंग के विचार में व्यक्तित्व अधिकार के बारे में एक स्वतंत्र अध्याय बनाने से जाहिर है कि चीनी नागरिक संहिता का प्रस्थान बिंदु जन अधिकार की सुरक्षा है। उन्होंने कहा कि पहले व्यक्तित्व अधिकार नागरिक सिद्धांत में शामिल था। इस बार उस के लिए एक स्वतंत्र अध्याय बनाया गया, जिस में शारीरिक अधिकार, मान अधिकार के ठोस निर्धारित किये गये है। इस ने व्यापक लोगों के कानूनी हितों की सुरक्षा के लिए कानूनी हथियार और क्रियाओं का मापदंड प्रदान किया है।

(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

-- आईएएनएस

Created On :   29 May 2020 9:30 PM GMT

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