'मोदी के साथ दोस्ती बढ़ाकर शरीफ ने देश के साथ गद्दारी की'

Terrorist Hafeez Saeed says, Nawaz Sharif betrayed Pakistan
'मोदी के साथ दोस्ती बढ़ाकर शरीफ ने देश के साथ गद्दारी की'
'मोदी के साथ दोस्ती बढ़ाकर शरीफ ने देश के साथ गद्दारी की'

डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। मुंबई हमले के मास्टरमांइड और आतंकी संगठन जमात-उद-दावा के चीफ हाफिज सईद ने नजरबंदी खत्म होने के बाद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को अपने निशाने पर लिया है। उसने नवाज शरीफ को गद्दार करार कर दिया है। सईद ने कहा है, "नवाज शरीफ प्रधानमंत्री पद पर बने रहने के लायक नहीं थे क्योंकि वह पीएम नरेंद्र मोदी से शांति की बात कर रहे थे। उन्होंने मोदी के साथ दोस्ती बढ़ाकर पाकिस्तान के साथ गद्दारी की है।"

गौरतलब है कि पीएम मोदी ने भारत-पाकिस्तान के बीच शांति स्थापित करने के उद्देश्य से नवाज शरीफ की ओर दोस्ती का हाथ आगे बढ़ाया था। उन्होंने अपने शपथ ग्रहण समारोह में नवाज शरीफ को बुलाकर संबंध सुधारने की पहल की थी। नवाज शरीफ ने भी यह निमंत्रण स्वीकार किया था और वे शपथ ग्रहण समारोह में आए थे। इसके बाद पीएम मोदी अपनी अफगानिस्तान यात्रा के दौरान अचानक नवाज शरीफ के पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लाहौर पहुंच गए थे। नवाज शरीफ ने भी उनकी जोर-शोर से मेजबानी की थी। कईं बार संयुक्त राष्ट्र के सम्मेलन के दौरान भी दोनों राष्ट्र प्रमुखों ने गर्मजोशी से हाथ मिलाया था।

पाकिस्तानी कट्टरपंथी अपनी जनसभाओं में नवाज शरीफ को भारत के साथ रिश्ते प्रगाढ़ करने पर कोसते आए हैं और अब सईद की यह बयानबाजी साबित करती है कि पाकिस्तानी कट्टरपंथी कतई नहीं चाहते कि भारत-पाक के बीच शांति कायम रहे।

शुक्रवार को नमाज के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए हाफिज सईद ने कहा कि उसे बेवजह 11 महीनों तक नजरबंद रखा गया। उसने कहा, "पाकिस्तान सरकार के पास ऐसे कोई सबूत नहीं थे, जिसके आधार पर मुझे नजरबंद रखा जाए। सईद ने यह भी कहा कि वह कश्मीर की आजादी की लड़ाई के लिए पूरे पाकिस्तान से लोगों को इकट्ठा करेगा और कश्मीरियों को आजादी दिलाने में मदद करेगा।

बता दें कि पाकिस्तानी कोर्ट द्वारा 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और जमात-उद-दावा के सरगना हाफिज सईद की नजरबंदी खत्म करने पर भारत और अमेरिका ने गुरुवार को पाकिस्तान को फटकार लगाई थी। भारत ने कहा था कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादी को पाकिस्तान ने उसके गलत एजेंडे को जारी रखने और खुले में घुमने की अनुमति दे दी है। ऐसा कर के पाकिस्तान आतंकवादियों को मुख्यधारा में लाने की कोशिश कर रहा है। वहीं अमेरिकी विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान की इस हरकत से लगता है कि उसका प्रमुख गैर नाटो सहयोगी का दर्जा खत्म कर देना चाहिए। भारत, अमेरिका समेत अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते हो सकता है कि पाकिस्तान एक बार फिर हाफिज सईद को हिरासत में ले ले।

Created On :   24 Nov 2017 1:36 PM GMT

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