कैद सरकारी बलों का हाल जरूर स्पष्ट किया जाना चाहिए : गनी

The condition of imprisoned government forces must be clarified: Ghani
कैद सरकारी बलों का हाल जरूर स्पष्ट किया जाना चाहिए : गनी
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काबुल, 18 जुलाई (आईएएनएस)। अफगान सरकार और तालिबान के बीच शांति वार्ता जल्द ही होना मालूम पड़ने के बीच राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा है कि प्रक्रिया तब तक आगे नहीं बढ़ेगी जब तक कि तालिबान की कैद में मौजूद सुरक्षाबलों की किस्मत का फैसला नहीं हो जाता और स्थिति स्पष्ट नहीं हो जाती।

टोलो न्यूज के मुताबिक, बहुप्रतीक्षित शांति वार्ता शुरू करने के लिए कैदियों की रिहाई तालिबान की पूर्व शर्त में से एक है।

तालिबान के साथ अमेरिकी शांति समझौते के अनुसार, सरकारी जेलों से 5,000 कैदी और आतंकवादी समूह द्वारा बंधक बनाए गए सुरक्षाबलों के 1,000 सदस्यों को शांति वार्ता शुरू होने से पहले रिहा किया जाना चाहिए।

समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने के चार महीने बाद, 4,200 तालिबान कैदियों को सरकार द्वारा रिहा कर दिया गया है और तालिबानी द्वारा लगभग 850 सरकारी कैदियों को रिहा कर दिया गया है।

गनी ने कहा, यही कारण है कि तालिबान के कैदियों को रिहा करने की प्रक्रिया आगे बढ़ रही है, क्योंकि मैं चाहता हूं कि अफगान सुरक्षा और रक्षा बलों के हर कैदी कि किस्मत, स्थिति स्पष्ट हो। शांति प्रक्रिया तब आगे नहीं बढ़ेगी जब तक हमारे नायकों के बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं हो जाती।

उन्होंने यह भी कहा कि अफगानिस्तान के लोग गणतंत्र पर कभी भी तालिबान का वर्चस्व नहीं स्वीकार करेंगे और आतंकवादियों को पता होना चाहिए कि जनता अंतिम निर्णय लेगी।

टोलो न्यूज के अनुसार, वहीं दूसरी ओर, तालिबान के करीबी सूत्रों ने कहा है कि अगर कैदियों को रिहा करने की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई, तो देश में हिंसा बढ़ेगी।

अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि शांति वार्ता कब शुरू होगी, लेकिन संयुक्त राष्ट्र ने कहा था कि वार्ता जुलाई में दोहा में शुरू होगी।

Created On :   18 July 2020 9:30 AM GMT

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