रूस-युक्रेन युद्ध: रूस का बच्चा बच्चा सीखेगा परमाणु बम से बचने के गुर, यूक्रेन के हमले के डर से रूस ने लिया बड़ा फैसला!
- करीब दो साल से जारी है रूस और यूक्रेन की जंग
- रूसी स्कूलों में बच्चे सिखेंगे पमाणु बम से बचाव का पाठ
- यूक्रेनी हमलों के चलते रूस का बड़ा फैसला
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध शुरू हुए दो साल पूरे होने जा रहे है। इसके बावजूद दोनों ही देश इस जंग में हार मानने का नाम नहीं ले रहे हैं। रूस ने अपनी सेना को यूक्रेन से वापस न बुलाने का निर्णय भी किया है। युद्ध के चलते रूस को अपने ऊपर होने वाले परमाणु हमले का खौफ भी सता रहा है। दरअसल, रूस के शिक्षा मंत्रालय की ओर से देश के सभी स्कूलों में एक नया पाठ्यक्रम लागू होने जा रहा है। जिसके तहत बच्चों को परमाणु हमले से बचाव के बारे में पढ़ाया जाएगा। इस कोर्स में बच्चों को बम फेंकने और हथियार चलाने की भी ट्रेनिंग दी जाएगी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह पाठ्यक्रम सितंबर महीने से लागू कर दिया जाएगा।
स्कूलों में सितंबर से लागू होगा पाठ्यक्रम
इस बारे में न्यूजवीक ने एक रिपोर्ट में बताया है कि रूस के स्कूलों में एक नया पाठ्यक्रम लाया जा रहा है। जिसमें बच्चों की किताबों में परमाणु हमले से बचाव करने के तरीकों के बारे में सिखाया जाएगा। इस पाठ्यक्रम के अंतर्गत मातृभूमि की हिफाजत और रक्षा के बुनियादी सिद्धांत शामिल होंगे। वहीं, पाठ्यक्रम में बच्चों को यह भी पढ़ाया जाएगा कि यदि किसी परिस्थिति में उन पर हमला हो जाता है, तो वह इससे कैसे बचेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, देशभर के स्कूलों में इस पाठ्यक्रम की शुरूआत सितंबर महीने से होने जा रही है। रूस के शिक्षा मंत्रालय ने दस्तावेजों का हवाला देते हुए एक रिपोर्ट भी जारी की है।
पाठ्यक्रम में जोड़े गए है ये अध्याय
रूसी स्कूलों में छात्रों को परमाणु बम वाले इस पाठ्यक्रम में यूक्रेन से जारी युद्ध के जवाबी हमलों में बचाव के बारे में ट्रेनिंग दी जाएगी। इसमें छात्रों को 'सामूहिक विनाश के हथियारों हानिकारक प्रभाव' के साथ-साथ उनके खिलाफ सुरक्षा के तरीकों के बारे में सिखाया जाएगा इसके अलावा स्कूल छात्रों को प्राकृतिक, मानव निर्मित और जैविक हथियारों से होने वाले हमलों के बाद की आपदाओं और सैन्य खतरे के बारे में अगाह किया जाएगा। साथ ही, आपातकालिन परिस्थितियों में खुद की सुरक्षित बचाने के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा। युद्ध के समय में बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण और हथगोले के प्रयोग को भी पाठ्यक्रम में जोड़ा गया है। वहीं, प्राथमिक चिकित्सा और आत्मरक्षा के अध्याय को शामिल किया गया है।
बता दें कि अगस्त 2023 में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ओर से राष्ट्रीय पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया था। जिसमें देशभर के स्कूलों में अनिवार्य सुरक्षा और रक्षा पाठ्यक्रम के लिहाज से एक कानून पर दस्तख्त के बाद इसे मंजूरी दी गई।
Created On :   8 Feb 2024 4:21 PM IST