ये 10 राज्य है भारत में सबसे ज्यादा पढे-लिखे, जानें आपका कौनसे नंबर पर है? 

Top 10 Most Educated States in India, Check your state Number is?
ये 10 राज्य है भारत में सबसे ज्यादा पढे-लिखे, जानें आपका कौनसे नंबर पर है? 
ये 10 राज्य है भारत में सबसे ज्यादा पढे-लिखे, जानें आपका कौनसे नंबर पर है? 

डिजिटल डेस्क । किसी भी देश के डेवलपमेंट के लिए उस देश का शिक्षित होना बहुत जरूरी है। हमारे देश में भी पढ़ाई-लिखाई को लेकर काफी अवेयरनेस की कोशिश की जाती है और बच्चों की शिक्षा के लिए कैंपेन चलाए जाते हैं। इसके अलावा भारतीय परिवार भी पढ़ाई की ओर ज्यादा ध्यान देते हैं। पेरेंट्स अक्सर ही बच्चों की पढ़ाई पर सबसे ज्यादा खर्च करते हैं। बावजूद इसके हमारे देश में अब भी कई ऐसे लोग है जिन्हें अपना नाम तक लिखना नहीं आता।हालां बदलते वक्त के साथ देश के लोगों में पढ़ाई के प्रति जागरूकता बढ़ रही हैं और देश में लिटरेसी रेट तेजी से बढ़ रहा है। इसलिए आज हम आपको भारत के उन 10 राज्यों के बारे में बताते हैं, जो एजुकेशन के मामले में सबसे आगे हैं। 

                                                                             

केरल- केरल का लिटरेसी रेट पूरे देश में सबसे ज्यादा 93.91% है। जो 2001 की जनगणना के अनुसार 3 प्रतिशत तक ज्यादा है। 

लक्षद्वीप- केरल के बाद लक्षद्वीप का नंबर आता है। जिसकी लिटरेसी रेट 92.98% है। ये 2001 के सेन्सस से 5.62% ज्यादा है। 

मिजोरम- मिजोरम का लिटरेसी रेट 91.58% है, जो 2001 के सेन्सस से 2.78% ज्यादा है। लेकिन इस बार ये तीसरे नंबर पर आ गया है। 

त्रिपुरा- 2001 के सेन्सस में त्रिपुरा 13वें नंबर पर थे, लेकिन 2011 में ये चौथे नंबर पर आ गया। 2011 में त्रिपुरा का लिटरेसी रेट 87.75% है, जो 2001 से 14.59% ज्यादा है। 

गोवा- गोवा का लिटरेसी रेट 87.40% है, जो 2001 से 5.39% ज्यादा है। लेकिन 2001 में गोवा का नाम टॉप-4 में आता था। 

                         

दमन और द्वीव- दमन और द्वीव का लिटरेसी रेट 2011 के सेन्सस के मुताबिक 87.07% है, जो 2001 से 8.89% ज्यादा है। पिछली जनगणना में दमन और द्वीव 9वें नंबर पर था।

पुडुचेरी- इस राज्य का लिटरेसी रेट 86.55% है, जो 2001 से 5.31% ज्यादा है। 2001 में पुडुचेरी 8वें नंबर पर आता था, जो 2011 में एक कदम ऊपर 7वें पर आ गया है। 

चंडीगढ़- इस राज्य की पॉजिशन गिरकर 5वें से 8वें पर आ गई। 2011 के आंकड़ों के मुताबिक, लिटरेसी रेट 86.34% है, जो 2001 से 4.49% ज्यादा है। 

दिल्ली- राजधानी दिल्ली के लिटरेसी रेट में भी गिरावट आ गई है। 2001 में जहां दिल्ली 6वें नंबर पर आता था, वहीं 2011 में 9वें नंबर पर आ गया। 2011 के मुताबिक, दिल्ली का लिटरेसी रेट 86.34% है, जो 2001 से 4.67% ज्यादा है। 

अंडमान-निकोबार आइसलैंड- इसका लिटरेसी रेट 86.27% है, जो 2001 से 4.97% ज्यादा है। 
 

Created On :   8 Jan 2018 1:54 PM IST

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