बच्चे की अनहेल्दी फूड हेबिट्स करती हैं डिप्रेशन की ओर इशारा
डिजिटल डेस्क । जब बच्चे कम खाते है तो मां बहुत परेशान होती है। प्लेट और टिफिन में बचा हुआ खाना बच्चे को मिलने वाले आधे-अधूरे पोषण को लेकर मम्मियों को चिंता होने लगती है, लेकिन कुछ मांएं ऐसी भी हैं जो बच्चे के ज्यादा खाना खाने से परेशान रहती हैं। शायद ये कम ही होता होगा, लेकिन आज बच्चों में काफी कम उम्र में ओवर इटिंग की हेबिट बढ़ गई है, जो आगे जाकर बहुत भारी पड़ती है। केवल मां अच्छा खाना बनाती है या बाहर का खाना बच्चे को ज्यादा पसंद आता है ये सिर्फ बहाने महज है। असल में बच्चों में खाने की आदत बढ़ना एक गंभीर समस्या है।
हाल ही में एक शोध में पता चला है कि जिस तरह बड़ी उम्र के लोगों में डिप्रेशन के कारण ओवर और अन हेल्दी ईटिंग की प्रॉब्लम होती है। ठीक वैसे ही बच्चों में भी इमोशनल ईटिंग की समस्या होती है।
खुशी और दुख में बच्चा खाता है जंक फूड
एक रिसर्च ने इस बात की पुष्टि की है कि बच्चा खुशी और दुख की अवस्था में खाने के प्रति अगल-अलग तरीके से व्यवहार करता है। दुख की अवस्था में ना केवल जंक फूड की तरफ अधिक आकर्षित होता है बल्कि सामान्य से ज्यादा खाता भी है।
पहले के शोधों में सामने आया था कि जो लोग अवसाद की अवस्था से गुजर रहे हैं वो अनहेल्दी फूड खाते हैं जिससे मोटापे का शिकार हो जाते हैं। ज्यादा खाने की वजह से उनके अवसाद में बढ़ोत्तरी ही होती है और स्वास्थ्य भी खराब होता है।
ये रिसर्च यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सस और डॉलस ने की थी। शोध के दौरान 4.5 साल से लेकर 9 साल तक के 91 बच्चों को शामिल किया गया। बच्चों को अलग-अलग ग्रुप में बांटा गया और सबको अलग-अलग मूड के फिल्म सीन दिखाए गए। भावुक कर देने वाले सीन के दौरान बच्चों ने ज्यादा चॉकलेट खाए।
Created On :   22 May 2018 12:13 PM IST