इन चीजों की ऐसे करें सफाई, घर में कभी नहीं होगी कीटाणुओं की एंट्री
डिजिटल डेस्क । घर के काम जितने करो उतने ही कम लगते हैं। घर का सबसे अहम काम होता है, साफ-सफाई । इसे करने में पूरा दिन भी कम पड़ता है। काफी सफाई के बाद भी अगर कोई कोना ऐसा नजर आ जाए जिसमें गंदगी रह गई हो, तो काफी दिमाग खराब होता है। वहीं ठीक से सफाई ना होने पर बीमारियों और एलर्जी का खतरा बना रहता है। खास कर बच्चों के लिए। असल में घर में साफ-सफाई रखने के लिए सिर्फ झाड़ू-पोंछा करना ही काफी नहीं है। आपके घर में चादर, तोलिया, नैपकीन जैसी तमाम ऐसी चीजें मौजूद होती हैं जिन्हें अगर आप साफ नहीं रखेंगे तो आपके घर में हमेशा कीटाणु छुपे रहेंगे। तो आइए जानते हैं इन छोटी-छोटी चीजों को साफ कैसे रखा जाए?
पैर पोंछने के लिए इस्तेमाल होने वाले पायदान घर में सबसे जल्दी गंदी होने वाली चीजों में से एक होते हैं। इन पर न सिर्फ आपके पैर के कीटाणु चिपक जाते हैं बल्कि बाथरूम के जर्म्स भी इस पर लग जाते हैं। इसलिए पायदान साफ रखने के लिए उन्हें ज्यादा गर्म पानी में हफ्ते में एक बार तो धोना ही चाहिए।
हम अपने घरों में किचन के लिए भी अलग कपड़ा या तौलिया रखते हैं, लेकिन हम अक्सर साफ सफाई के लिए इस्तेमाल होने वाली इस तौलिया से हाथ भी पोंछ लेते हैं, जो बीमारी फैलाते हैं। इसलिए हाथ पोंछने के लिए और किचन के काम में लेने के लिए अलग-अलग तौलिया रखें। साथ ही दोनों टॉवलों को हर रोज धोएं।
चाहे आपका शरीर कितना भी साफ हो, लेकिन अगर आप नहाने के लिए इस्तेमाल करने वाली तौलिया को साफ नहीं रखते हैं तो कीटाणु आपसे दूर नहीं होंगे। हर बार जब आप तौलिये का इस्तेमाल करते हैं तो खराब हो चुके स्किन सेल्स शरीर से हट जाते हैं और तौलिये पर चिपक जाते हैं। वहीं अगर आप नहाने के बाद अक्सर गीली तौलिया सुखाने के बजाए युहीं छोड़ देते हैं तो उसमें ज्यादा बैक्टीरिया पैदा हो जाते हैं। इसलिए एक्सपर्ट्स कहते हैं कि आपको हैंड टॉवल और साधारण टॉवल, दोनों को 60 डिग्री गर्म पानी में हर दो दिन में एक बार धोना चाहिए।
हम अक्सर अपनी नींद के सबसे अच्छे साथी तकिये की साफ सफाई को नजरअंदाज कर देते हैं। भले ही इनके ऊपर हम कवर चढ़ा कर इन्हें गंदा होने से बचाते हैं, लेकिन एक्सपर्ट्स की मानें तो हर तीन दिन में एक बार इन तकियों को ढंग से साफ करना चाहिए। तकिया और उसके कवर को साफ रखने से आपकी स्किन साफ रहती है, बाल साफ रहते हैं और आपको सर्दी-जुखाम जैसे बैक्टीरिया जल्दी नहीं पकड़ते।
हम अपना एक तिहाई जीवन बिस्तर पर सोने में बिताते हैं, इसलिए ये बहुत जरूरी है ये न सिर्फ चादर बल्कि हमारा पूरा बिस्तर साफ-सुथरा हो। एक्सपर्ट कहते हैं आम तौर पर एक शख्स सोते हुए हर घंटे 25 एमएल पसीना बहाता है। इसी के चलते आपको हर हफ्ते बिस्तर की चादर बदलनी चाहिए या फिर उसे 60 डिग्री गर्म पानी में धोना चाहिए। वहीं बिस्तरों को कीटाणु रहित रखने का सबसे सही तरीका है कि सुबह उठने के बाद गद्दों-रजाइयों को तय करने से पहले कमरे की खिड़की खोल दें और कुछ देर उन पर सूरज की रोशनी पड़ने दें। इससे उमस मिट जाती है और कीटाणु मर जाते हैं।
Created On :   11 Jan 2018 9:34 AM IST