क्या वाकई पतले लोगों को लगती है ज्यादा ठंड?

Do thin people seem or feel less cold comparatively at people?
क्या वाकई पतले लोगों को लगती है ज्यादा ठंड?
क्या वाकई पतले लोगों को लगती है ज्यादा ठंड?

 

 

डिजिटल डेस्क । फरवरी महीने के आखिर में ठंड कम होने लगेगी और मिड मार्ड तक ठंड गायब ही हो जाएगी, लेकिन ऐसा मध्य भारत और आस-पास के इलाकों में होगा दिल्ली और उत्तर भारत के कुछ हस्सों में ठंड मार्च का पूरा महीना सताने वाली है। ठंड की बात हो रही है तो यकिनन कुछ लोगों को सर्दियों की बात करते ही सिरहन सी महसूस होने लगती है। वैसे जब कड़ाके की ठंड पड़ती है तो सर्दी से सबका बुरा हाल होता है, लेकिन अधिकतर लोगों को लगता है कि सर्दी का सबसे ज्यादा असर पतले लोगों पर पड़ता है, लेकिन इस बात में कितनी सच्चाई है ये आज हम आपको बताते हैं। दरअसल इसे लेकर कई रिसर्च और स्टडी की गई और सभी ने अलग-अलग तर्क दिए है तो आइए जानते है कि सर्दी का मोटे-पतले से कैसा कनेक्शन हैं। 

इस सवाल को लेकर पॉपुलर साइंस ने एक स्टडी में ये जानने की कोशिश की है कि क्या मोटे लोगों को पतले लोगों के मुकाबले सर्दी कम लगती है? नतीजों में देखा गया है कि उन्हें सर्दी का एहसास पतले लोगों के मुकाबले ज्यादा भी हो सकता है और कम भी। 

 

"पॉपुलर साइंस" के जरिए की गई स्टडी में सामने आया है कि जिन लोगों में ज्यादा चर्बी होती है उनको ठंड कम लगती है। बॉडी में मौजूद फैट यानी चर्बी शरीर में थरमल रेगुलेशन का काम कर के ठंड के एहसास को कम कर देता है।

"साइंटिफिक अमेरिकन" के अनुसार, ज्यादा सर्दी के कारण हमारी ब्लड वेसेल्स में कसाव आने लगता है और हमारे स्किन से हीट बाहर निकल नहीं पाती। जिस वजह से हमें सर्दी का एहसास होता है और हम कांपने लगते हैं, लेकिन मोटे लोगों में ज्यादा चर्बी होने के कारण शरीर अंदर से तो गर्म रहता है, जबकि बाहरी स्किन ठंडी रहती है।

 

मोटे लोगों को भी ठंड का हो सकता है एहसास 

वहीं "डिस्कवरी मैग्जीन" कि एक रिपोर्ट की मानें तो, इसमें कोई हैरानी कि बात नहीं है कि शरीर में मौजूद फैट जानवरों में भी थरमल का काम करता है। यही कारण है कि ठंडे पानी में रहकर भी व्हेल की चर्बी उसका सर्दी से बचाव करती है, लेकिन इंसानों में ये प्रक्रिया जानवरों से कहीं ज्यादा जटिल होती है। दिमाग के जटिल संकेतों के कारण मोटे लोगों को भी ठंड का एहसास हो सकता है। दरअसल, तापमान में गिरावट होने पर दिमाग बॉडी को सिग्नल भेजता है। जिस कारण हमारी बॉडी अंदरुनी और बाहरी तापमान के अनुसार काम करने लगती है।

 

स्किन का टेंपरेचर कम होने से मोटे लोगों को ठंड का होता है एहसास 

 

"आर्मी रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एनवायरनमेंटल मेडिसीन" के शोधकर्ताओं के मुताबिक, स्किन का टेंपरेचर कम होने से मोटे लोगों को ठंड का एहसास हो सकता है। उन्होंने ये भी बताया है कि मोटे होने से सर्दी का एहसास कम होना सिर्फ अकेला कारण नहीं है। जबकि, सर्दी लगने का गहरा ताल्लुक हेल्दी होने से भी है, क्योंकि सेहतमंद लोगों में मसल्स टीश्यूज हीट जेनरेट करके सर्दी से बचाव करने में मदद करते हैं।

 

Created On :   15 Feb 2018 1:46 PM IST

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