सावधान! ज्यादा ठंड में रहना पड़ सकता है भारी

It may harmful to stay long in heavy cold or in minus temperature
सावधान! ज्यादा ठंड में रहना पड़ सकता है भारी
सावधान! ज्यादा ठंड में रहना पड़ सकता है भारी

डिजिटल डेस्क,भोपाल। सर्दियां का मौसम कुछ लोगों को इतना पसंद आता हैं कि वो तेज ठंड में भी जैकट और स्वेटर पहना पसंद नहीं करते। रात के वक्त बाइक चला कर ठंड का मजा लेना या घंटों खुले आसमान के नीचे बिताना। इतना ही नी कुछ लोग तो ठंड के मजे लेने के लिए बर्फीली जगहों की सैर पर निकल पड़ते हैं। ये सब काफी एड्वेंचरस लगता हैं, लेकिन कहीं ये ठंड के मजे आपको भारी ना पड़ जाए। क्योंकि हाल ही में हुई एक स्टडी के मुताबिक बर्फीले या ठंडे इलाके में रहने से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।

"मॉलिक्यूलर बायोलॉजी एंड इवोल्यूशन" जर्नल में प्रकाशित इस स्टडी में ये बताया गया है कि जो लोग जितने कम तापमान वाले इलाके में रहते हैं उनमें उतना ज्यादा ही कैंसर होने का खतरा रहता है। साथ ही स्टडी की रिपोर्ट में ये भी सामने आया है कि कैंसर का सबसे ज्यादा खतरा डेनमार्क और नॉर्वे में रहने वाले लोगों में देखा गया है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, कम तापमान वाले इलाकों में रहने वाले लोगों में फेफड़ों, स्तन, कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा होता है।

दरअसल, ठंडी जगहों पर रहने से हमारे शरीर में मौजूद जीन्स में कई तरह के बदलाव होते है और यही बदलाव कैंसर होने का कारण बनते हैं, लेकिन शुरू में इन बदलावों का पता लगाना बहुत मुश्किल होता है।

ये स्टडी साइप्रस यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने की है। इस स्टडी का उद्देश्य इस बात का पता लगाना था कि कैंसर का कम तापमान से क्या संबंध है? इस स्टडी में दुनियाभर की कैंसर की घटनाओं को एग्जामिन किया गया है। नतीजों में कम तापमान में रहने वाले ज्यादातर लोग कैंसर से पीड़ित पाए गए। 

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तेज ठंड से खुद को ऐसे बचाएं

लहसुन- लगभग 10 से 30 बूंद लहसुन के रस की या 2 से 3 ग्राम की मात्रा में लहसुन के काढ़े को शहद के साथ रोजाना खाने से सर्दी के मौसम में लगने वाली आवश्यकता से अधिक सर्दी नहीं लगती है। इस काढ़े को पीने से सर्दी के कारण होने वाले रोग भी दूर रहते हैं।

स्पृक्का- चौथाई से आधा चम्मच स्पृक्का का रस रोजाना दिन में 3 बार लेने से ठंड़(thandi) के कारण होने वाले सभी रोग ठीक हो जाते हैं और सर्दी का कम अनुभव होता है।

मरसा- शरीर में अधिक सर्दी या ठंड (thand )महसूस होने पर सफेद मरसा के बीजों को भूनकर खाने से सर्दी कम लगती है। सर्दी अधिक लगने पर इसके साग को भी खाने से सर्दी का प्रकोप कम हो जाता है।
अंजीर- लगभग एक चौथाई से कम की मात्रा में अंजीर को खाने से सर्दी के कारण होने वाले दिल और दिमाग के रोगों में बहुत ज्यादा लाभ मिलता है।

कॉफी- आवश्यकता से अधिक सर्दी महसूस होने पर कॉफी को पीने से शरीर में गर्मी का अनुभव होता है और सर्दी का प्रकोप शान्त हो जाता है।


 

Created On :   14 Dec 2017 8:54 AM IST

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