आंखें देती हैं इन गंभीर बीमारियों के संकेत
डिजिटल डेस्क। कहते हैं कि आंखें बहुत कुछ कहती हैं। प्यार, गुस्सा, जलन, टेंशन, दुख, चालाकी और शर्म...ये सब बिना कुछ सिर्फ आंखों से बयां हो जाता है। हमारे अंदर जितने भी इमोशन्स होते हैं वो सभी आंखें जाहिर कर देती हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इमोशन्स के साथ-साथ हमारी किडनी और लीवर जैसे ऑर्ग्न्स का हाल भी आंखें बड़ी आसानी से बता देती हैं। हमारे शरीर में कितनी बीमारियां पल रही हैं ये आंखों से पता लगाया जा सकता है। बस इनके इशारे समझ आने चाहिए। आंखों का रंग उसके आस-पास के हिस्सों की सूजन, बैग बनना, पलकों के अंदर का कलर और दाग-धब्बे हमें कई तरह की बीमारियों के बारे में संकेत देते हैं। इन संकेतों को देखकर आप बीपी से लेकर किडनी तक की बीमारियों के बारे में पता लगा सकते हैं। आइए जानते हैं किस तरह आपकी आंखें आपके शरीर से जुड़ी हर बीमारी का राज खोलती हैं।
किडनी रोग या ब्लैडर का काम न करना
आंखों के नीचे लिक्विड या फिर म्यूकस का जमा होना किडनी रोग का संकेत हो सकता है। इसके अलावा आई बैग बनना भी इस बात का संकेत हो सकता है कि किडनी और ब्लैडर ठीक से काम नहीं कर रहे हैं। ऐसे में आपको तुरंत चेकअप करवाना चाहिए।
किडनी फेल होना
अगर आंखों के नीचे बन रहे आई बैग पर काले निशान, स्पॉट या पिंपल आ जाएं तो यह किडनी फेल होने का संकेत है। कई बार यह समस्या न्यूट्रिशन डेफिशिएंसी की वजह से भी होती है लेकिन फिर भी एक बार चेकअप जरूर करवा लें।
ओवरी के रोग
ओवरी, यूटरस या प्रोस्टेट की प्रॉब्लम होने पर भी आंखों के नीचे आई बैग बन जाते हैं। इसके अलावा ओवरी में सिस्ट, यूटरस में गांठ और कैंसर होने पर भी आई बैग बन सकते हैं। इसलिए अगर आपको यह समस्या लंबे समय तक है तो डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करें।
पलकों के नीचे का रंग से जानें बीमारी
ब्लड प्रैशर: नीचे वाली पलक के अंदर का गहरा लाल रंग ब्लड प्रैशर बढ़ने का संकेत हो सकता है। इसके अलावा ज्यादा शराब या शुगर के सेवन के कारण भी आंखों का रंग लाल हो जाता है।
कॉलेस्ट्रॉल बढ़ना: अगर आपकी पलकों का रंग सफेद है तो यह खून की कमी और कॉलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने का संकेत हो सकता है। डॉक्टर से चेकअप करवाने के बाद अपनी डाइट में हैल्दी चीजें शामिल करें।
लीवर के रोग: आंखों के अंदर की पलकों का रंग अलग पीला है तो यह लीवर या पैंक्रियाज की गड़बड़ी का संकेत हो सकता है। ऐसे में आपको एक बार डॉक्टर से चेकअप करवाना चाहिए।
दिल के रोग: दिल के रोगों का भी पता आप पलकों के कलर से लगा सकते हैं। पलकों का अंदर से गुलाबी पड़ना दिल के रोगों का संकेत होता है। इसके अलावा ये ब्लज सर्कुलेशन के ठीक से काम न करने का भी संकेत है।
आंखों के आसपास का रंग
काला रंग: आंखों के आसपास का रंग काला या गहरा होना किडनी की वीकनेस का संकेत हो सकता है। खून की कमी होने पर भी रंग ऐसा हो जाता है।
लाल रंग: आंखों की आसपास की त्वचा का लाल रंग यह बताता है कि आपके हार्ट पर ज्यादा लोड है। महिलाओं में पीरियड्स में गड़बड़ी होने पर भी ये संकेत दिखाई देता है।
पर्पल रंग: आंखों का पर्पल रंग बताता है कि सर्कुलेशन सिस्टम, एक्स्क्रटॉरी सिस्टम(उत्सर्जन तंत्र) ठीक से काम नहीं कर रहा।
Created On :   22 May 2018 10:50 AM IST