पीरियड्स में होता है ज्यादा दर्द तो दर्द से यूं निपटें
डिजिटल डेस्क । कई महिलाओं के पेट में ऐंठन अक्सर मासिक धर्म (पीरियड्स) के आसपास होती है। यह प्रोस्टग्लैंडिंस के बढ़ने, रक्त का प्रवाह बाधित होने, ऑस्ट्रोजेन के बढ़ने और जलन या सूजन के कारण होता है। इसके लिए डॉक्टर की मदद लेना उचित होगा। ऐसे समय में महिलाओं को पेट फूलने की समस्या से भी अक्सर जूझना पड़ता है। जब पाचन तंत्र में इस तरह की समस्या हो जाती है तो खाना पचाने में काफी समस्या हो जाती है। हमारे पाचन तंत्र को अच्छी तरह पके हुए खाने से आराम मिलता है। इससे पाचन तंत्र को अतिरिक्त मेहनत नहीं करनी पड़ती है और उसे आराम मिलता है। आईए जानते हैं कि पीरियड्स में होने वाली समस्याओं से कैसे निपटा जाता है।
दर्द के लिए
- खानपान में रेशायुक्त आहार और हरी सब्जियां शामिल करें
- लिवर को आराम देने वाली ब्रॉकली, फूल गोभी, अंकुरित अनाज, पत्तगोभी, पालक का सेवन करें
- मछली, फलियां और चिकन भी इस दौरान खाएं
- दुग्ध उत्पाद, शक्कर, कैफीन और प्रसंस्कृत अनाज के सेवन से बचें
- आयोडीन की कमी ऑस्ट्रोजेन के चयापचय के लिए जरूरी है, इसका स्तर सामान्य रखें।
पेट फूलने से कैसे निपटे
- आराम से और खूब चबा-चबाकर खाना खाएं।
- खाने में अदरक, लौंग, मैथी, जीरा, अजवाइन और इलायची जैसे मसालों का इस्तेमाल करें।
- माहवारी के आसपास सलाद, सख्त या कड़े फलों का सेवन न करें।
- कम पकी हुई सब्जियां और नट्स से भी दूरी बनाकर रखें।
मूड स्विंग से ऐसे उबरे
पीरियड्स के नजदीक आने पर कई महिलाएं दुखी महसूस करती हैं। इसके पीछे हमारे शरीर में ऑस्ट्रोजेन और सेरोटोनिन हॉर्मोन का स्तर जिम्मेदार है। यह हमारे शरीर को अच्छा महसूस कराने वाले न्यूरोट्रांसमिटर हैं। खुश रखने वाले इन हॉर्मोन की गैरमौजूदगी में दुख, अवसाद और अपने आप जगह बना लेते हैं।
दुखी न हों
- खाने में ओमेगा 3 फैटी एसिड की मात्रा बढ़ाएं।
- इसके लिए मछली, अंडा, अखरोट और चिया के बीज खाएं।
- इस दौरान शराब के सेवन से बचें।
- रोजाना 10 मिनट सूरज की रोशनी में जरूर बैठें।
- ट्रिप्टोफैन से लैस खाद्य पदार्थों का सेवन करें, इसमें पत्ता गोभी, चील,पालक, केला, समुद्री आहार को शामिल करें।
- कैल्शियम जरूर लें और व्यायाम का नियम टूटने न दें।
Created On :   27 Feb 2018 9:43 AM IST