MP: इस शहर में हर तीसरी महिला मोटापे की शिकार, 13 तरह के कैंसर का रहता है खतरा

obesity is growing in every third women in jabalpur
MP: इस शहर में हर तीसरी महिला मोटापे की शिकार, 13 तरह के कैंसर का रहता है खतरा
MP: इस शहर में हर तीसरी महिला मोटापे की शिकार, 13 तरह के कैंसर का रहता है खतरा

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। भागदौड़ भरी इस शहरी लाइफ में मोटापे की शिकायत काफी तेजी से बढ़ रही है। लगभग हर व्यक्ति इस समस्या से परेशान है। मोटापे की शिकायत केवल पुरुषों में ही नहीं बल्कि महिलाओं में भी यह समस्या तेजी से बढ़ रही है। एमपी के जबलपुर शहर में हुए एक सर्वे में चौकाने वाले आकड़े आए हैं। सर्वे में पता चला कि शहर की महिलाओं में सबसे तेजी से मोटापा बढ़ रहा है, सर्वे में शामिल हर तीसरी महिला इसका शिकार है और इनका प्रतिशत सर्वाधिक 28.2 है। जानकारों के अनुसार मोटापे के कारण डायबिटीज और ब्लड प्रेशर के मरीजों की संख्या में इजाफा तो हो ही रहा है इसके अलावा इससे कई प्रकार का कैंसर होने की संभावना भी बढ़ती है।

 

सर्वे रिपोर्ट के अनुसार डायबिटीज, ब्लड प्रेशर के सबसे प्रमुख कारणों में से एक मोटापा तेजी से बढ़ा है। पिछले 10 सालों में यह प्रदेश में चार गुना बढ़ा है। शहर में हर तीसरी महिला के साथ ही पांचवा पुरूष मोटापे का शिकार है। व्यस्ततम भागमभाग की जिंदगी, अनियमित दिनचर्या के साथ विभिन्न चिंताओं के कारण मोटापे के साथ ही डायबिटीज और ब्लड प्रेशर के मरीजों में तेजी से इजाफा हो रहा है। प्रदेश स्तर पर प्रमुख शहरों में हुए सर्वे का मजनूम यही निकल रहा है कि मोटापा बढऩे के साथ ही डायबिटीज और ब्लड प्रेशर के मरीज भी तेजी से बढ़ रहे हैं। ग्रामीण या छोटे शहरों के मुकाबले बड़े शहरों में इसका ज्यादा असर हो रहा है, मुख्य तौर पर इसे दिनचर्या से जोड़कर देखा जा रहा है। मोटापा, डायबिटीज से दूसरी बीमारियां भी तेजी से फैल रही हैं।

 

सर्जरी का बढ़ा चलन

अंतर्राष्ट्रीय मेडिकल जनरल में छपी हालिया रिपोर्ट के अनुसार मोटापा 13 तरह के कैंसर का मुख्य कारण बन रहा है। इससे ब्रेस्ट, पेंक्रियाज, बड़ी आंत, पित्ताशय आदि में कैंसर की संभावना सर्वाधिक होती है। मोटापे से निजात दिलाने अब सर्जरी का चलन भी तेजी से बढ़ रहा है। मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. आरएस शर्मा का कहना है कि बेरियाटिक सर्जरी कराने से अत्याधिक मोटे(175 किलो से ज्यादा)लोगों को फायदा है इससे कम वालों को तो संतुलित डाइट और व्यायाम से ही इस पर कंट्रोल करना चाहिए। इस सर्जरी के बाद पेय खाद्य के साथ ही सप्लीमेंट फूड पर ही जीवन भर निर्भरता रहती है। एक साल पहले हुए इस सर्वे पर सरकार द्वारा अब प्रदेश के 30 जिलों में ब्लड प्रेशर और डायबिटीज पीडि़तों की पहचान के लिए सर्वे कराया जा रहा है जिसकी रिपोर्ट दिसंबर में आएगी। इसके बाद ही स्वास्थ्य विभाग इसकी रोकथाम के लिए योजना तैयार करेगा।
 

बच्चे भी हो रहे शिकार

मोटापा बड़ी समस्या बनता जा रहा है, बड़ों के साथ ही बच्चे भी इसके खासे शिकार हो रहे हैं। इसके पीछे उनकी फिजिकल एक्टीविटी न होना और अधिक कैलोरी वाले फास्ट फूड को खाना है। बच्चे वीडियो गेम, मोबाइल में लगे रहते हैं इससे उनका शारीरिक व्यायाम नहीं हो पाता, यह उनके शारीरिक विकास को भी प्रभावित करता है।

Created On :   28 Oct 2017 4:08 PM IST

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