बच्चों से क्यों करनी चाहिए सेक्स के बारे में चर्चा?
डिजिटल डेस्क । आज के जमाने में हर जानकारी खुद ब खुद बच्चों तक पहुंच जाती है। टेक्नोलॉजी इतनी स्मार्ट हो चुकी है कि बच्चे समय से पहले ही सब कुछ समझने लगते हैं। बच्चे वक्त से पहले बड़े भी हो रहे हैं। उनमें समझ के साथ-साथ शारीरिक बलाव भी वक्त से पहले होने लगे हैं। इसलिए ये बेहद जरूरी है कि बच्चा किसी गलत संगत या गलत एक्टिविटी में फंसे इससे पहले ही पेरेंट्स बच्चों से कुछ चीजों पर खुल कर बात करें। अगर समय रहते बच्चों से कुछ चीजों पर बात ना की जाए तो ये मुमकिन होता है कि वो इन चीजों को गलत ढंग से समझने लगते हैं। खासतौर पर सेक्स को लेकर। अगर पेरेंट्स को अंदाजा हो जाए कि बच्चा समझदार होने लगा है तो उन्हें मेल और फीमेल जेनिटल्ज़ के बारे में खुद ही बता दें।
कब समझदार होने लगते हैं बच्चे
जब आपका बच्चा 13 से 14 साल का हो जाता है तो नैचरली ही उनमें विपरीत की तरफ आकर्षित होने वाले हार्मोन्स बनने लगते हैं। ये ही उचित समय है जब आपको उनको सेक्स, प्रेग्नेंसी, एचआईवी जैसी चीजों के बारे में बताना चाहिए। उन्हें कॉन्डम और उसके इस्तेमाल के बारे में भी पता होना चाहिए।
उन्हें फैंटेसी से सच्चाई की ओर ले जाएं
आपको बच्चों को सेक्स के बारे में इस प्रकार बताना चाहिए कि ये केवल फैंटेसी न होकर जिंदगी की सच्चाई है। प्यार और सेक्स केवल सपनों की दुनिया में नहीं हकीकत में भी होता है मगर सही पार्टनर के साथ। इसे गलत समझने, गलत वक्त और व्यक्ति के संग करने से क्या नुकसान हो सकते हैं ये भी समझाना जरूरी होता है।
सवालों का इंतजार न करें
सेक्स के बारे में आप ये कतई न सोचें कि आपका बच्चा आपसे कुछ पूछेगा तभी आप उसे कुछ बताएंगे, बल्कि आपको स्वयं उसकी गतिविधियों को देखते हुए सही मौका देखकर उससे बातचीत की पहल करनी चाहिए।
Created On :   18 May 2018 11:34 AM IST