प्रेग्नेंट महिला को बुखार आने पर नहीं करना चाहिए इस दवा का सेवन
डिजिटल डेस्क । प्रेग्नेंसी के दौरान कई तरह की सलाह दी जाती है। जिसे भी पता चलता है कि आप एक्सपेक्ट कर रही हैं, तो हर कोई अपनी-अपनी तरह से एडवाइस देने लगता है, ये ना करना, वो करना, ये जरूर खाना, वो जरूर खाना। जोकि अच्छी बात हैं, लेकिन प्रेग्नेंसी के वक्त होने वाली तकलीफों में अक्सर महिलाएं बिना पूछे दवाईयां खा लेती हैं। वैसे तो गर्भवती महिलाओं को किसी भी तरह की दवा लेने के पहले डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, जैसे सिर दर्द, कमर दर्द, वोमेटिंग और एसेडिटी जैसी समस्याओं में रेग्यूलर मेडीसिन नहीं लेना चाहिए हैं। क्योंकि ये सामान्य सी दवा गर्भावस्था के दौरान खाने पर आपके होने वाले बच्चे के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकती है खास कर बुखार की दवाई। आज हम आपको बताएंगे कि गर्भवती महिला को अगर बुखार आ जाए तो उसे कौनसी दवा बिल्कुल नहीं लेना चाहिए।
उल्टी होने की स्थिति में आंवले का मुरब्बा खाना भी फायदेमंद रहता है।
गर्भावस्था के दौरान अगर लगातार उल्टी हो रही हो और जी मिचला रहा हो तो सूखा धनिया या फिर हरे धनिए को पीसकर उसका मिश्रण बना लें। समय-समय पर ये मिश्रण गर्भवती को देते रहें। ऐसा करने से कुछ समय बाद उल्टी आनी बंद हो जाएंगी।
आप चाहें तो इसमें काला नमक भी मिला सकती हैं। जीरा, सेंधा नमक और नींबू के रस को मिलाकर एक मिश्रण तैयार कर लें। कुछ-कुछ देर में इसे चूसते रहें। ऐसा करने से उल्टी काबू में आ जाएगी। तुलसी के पत्ते के रस में शहद मिलाकर चाटने से भी फायदा होता है।
उल्टी आने पर दवा लेने की जगह करें ये घरेलू इलाज
गर्भावस्था में उल्टियां होना एक स्वभाविक सी बात है। इस दौरान महिला में आंतरिक रूप से और बाहरी तौर पर कई तरह के बदलाव होते हैं। हॉर्मोनल बदलावों के चलते जी मचलाना और उल्टी होने जैसी समस्याएं हो जाती हैं। नौ महीने के गर्भकाल में महिला को ऐसी बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
गर्भकाल के पहले तिमाही में उल्टी होना, जी मिचलाना और मॉर्निंग सिकनेस होना आम बात है। अगर आपकी उल्टी सामान्य है तो घबराने की कोई बात नहीं लेकिन अगर आपको बहुत अधिक उल्टी हो रही है तो तुरंत सतर्क हो जाइए। हालांकि आप चाहें तो इन घरेलू उपायों को भी आजमा सकती हैं।
अगर आपको लगातार उल्टियां हो रही हों तो रात के समय एक ग्लास पानी में काले चने भिंगोकर छोड़ दीजिए। सुबह उठकर ये पानी पी लें। ऐसा करने से फायदा होगा।
गर्भावस्था के दौरान बुखार कम करने और दर्द से राहत पाने के लिए हम अक्सर ibuprofen ले लेते हैं, लेकिन इससे आपके होने वाले बच्चे पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है।
फ्रांस के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड मेडिकल रिसर्च के एक शोध में सामने आया है कि अपने गर्भधारण के पहले 24 सप्ताह में जो महिलाएं ibuprofen दवा लेती हैं उनकी होने वाली बेटी के अंड़ाशय में अंडों की संख्या कम होती जाती है। अंडो की संख्या कम होने की वजह से आपके गर्भ में पल रही बच्चे की प्रजनन क्षमता बहुत कम हो जाती है।
देखा गया है कि 30 प्रतिशत महिलाएं अपने गर्भधारम के पहले तीन महीने में ibuprofen लेती हैं। सामान्य तौर पर सलाह दी जाती है कि महिलाओं को गर्भधारण के शुरुआती दिनों में किसी भी दर्द की दवा से परहेज करना चाहिए।
Created On :   4 Feb 2018 11:55 AM IST