आपका बच्चा भी खाएगा ये 5 चीजें तो बनेगा शार्प, स्मार्ट और इंटेलिजेंट
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आजकल के जमाने में छोटे बच्चों पर जिस तरह से पढ़ाई का बोझ बढ़ रहा है, हर कोई अपने बच्चों को सबसे आगे देखना चाहता है। उन्हें शार्प, स्मार्ट और इंटेलिजेंट बनाना चाहता है। हर इंसान चाहता है कि उनका बच्चा क्लास में सबसे अव्वल आए, स्कूल का कोई क्विज कॉम्पिटिशन हो या खेल हर चीज में सबसे आगे रहे। इसके लिए आपको अपने बच्चे को सिर्फ सादा खाना नहीं खिलाना है बल्कि खाने से साथ कुछ एक्ट्रा चीजें भी खिलानी हैं जो आपके बच्चे को पोषण देंगी और मजबूत बनाएंगी।
आज हम आपको ऐसे ही फूड्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें खिलाने से आपके बच्चे की ग्रोथ और सेहत पर अच्छा असर पड़ेगा।
अंडा (Egg)
अंडा आपके बच्चे के दिमाग के विकास के लिए सबसे जरूरी फूड माना जाता है। अंडे में प्रोटीन्स, विटामिन्स, मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट्स और कोलीन की भरपूर मात्रा होती है, इसका सेवन कराने से आपका बच्चा शार्प और स्मार्ट बनेगा। अंडा अपने आप में एक पूर्ण आहार है। अंडा बच्चों की जॉ लाइन और आंखों की रौशनी भी मज़बूत बनाता है। अंडे के सेवन से आपके बच्चे का वज़न भी बढ़ेगा।
नोट:
ध्यान रहे कि कई बच्चों को अंडे के सफेद हिस्से से एलर्जी होती है। यदि आपका बच्चा भी एर्लजिक है तो डॉक्टर से सलाह लें। बच्चों को रोज़ाना एक अंडा ज़रूर खिलाएं, लेकिन बच्चों को कच्चा अंडा खिलाने से बचना चाहिए।
केला (Banana)
केला वैसे तो सबसे अच्छा फल माना जाता है, यह सस्ता भी है और फायदेमंद भी, लेकिन केले को लेकर कुछ लोगों का कहना है कि इसकी तासीर ठंडी होती है। इसलिए इसे बच्चों को कम खिलाना चाहिए, लेकिन हम आपको बता दें कि रिसर्च में खुलासा हो चुका है कि केला कभी भी सर्दी-खांसी की वजह नहीं बनता है।
केले में ये पोषक तत्व होते हैं मौजूद
मैग्निशियम, विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन बी6, पोटैशियम, बाओटिन, फाइबर
इसके अलावा केले में लो फैट और ग्लूकोज़ भी भरपूर होता है, इसके सेवन से ब्रेन पावर और आंखों की रौशनी मजबूत होती है। केला शरीर में रेड सेल्स को बढ़ाता है। जिससे एनिमिया दूर होता है। केला डाइजेशन सिस्टम को भी मज़बूत बनाता है।
नोट:
केला 6 महीने से ऊपर के बच्चों की डाइट में रोज़ाना शामिल करें।
बादाम (Almonds)
बच्चों को बादाम जरूर खिलाएं, इसमें फाइबर, विटामिन ई, मैग्निशियम, पोटैशियम, आइरन, जिंक, प्रोटीन और कई मिनरल्स होते हैं। बादाम खान से आपके बच्चे की मेमोरी भी अच्छी रहेगी। इसे अपने बच्चों की रोज़ाना डाइट में शामिल करें। रोजना बादाम को दूध में भिगाकर खिलाने से बच्चों को लाभ मिलता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व हड्डियों को मज़बूत बनाते हैं। बादाम से बच्चों का नर्वस सिस्टम मजबूत होता है।
नोट:
एक साल से ऊपर की उम्र के बच्चों को रोज़ाना बादाम खिलाएं। ध्यान रहे कि कई बच्चों को मेवे से एलर्जी होती है, इसीलिए अपने बच्चों को भी इसे खिलाने से पहले डॉक्टर से एक बार ज़रूर सलाह लें।
घी (Ghee)
बच्चों को खेल के क्षेत्र में आगे ले जाना है तो उनकी डायट में घी जरूर रखें। घी के सेवन से बच्चों की बोन्स को स्ट्रॉंग बनती है। फैटी एसिड्स की वजह से ये जल्दी और आसानी से डाइजेस्ट भी हो जाता है। घी से बच्चों की खांसी भी ठीक हो जाती है। इसके लिए उन्हें गुनगुने घी में चुटकीभर काली मिर्च मिलाकर खिलाएं।
डीएचए से भरपूर घी बच्चों के दिमागी विकास के लिए बहुत लाभदायक होता है। घी में मौजूद फैट, एंटीफंगल, एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीबैक्टिरियल प्रोपर्टीज़ बच्चों की आइसाइट, इम्यूनिटी और डाइजेशन बेहतर बनाती है।
नोट:
रोज़ाना 2 से 3 चम्मच से ज़्यादा घी बच्चे को न खिलाएं। बड़े बच्चों की डाइट में इसे रोजाना शामिल करें।
दही (Curd)
बच्चों की पेट संबंधी सभी परेशानियों को दूर करने लिए दही खिलाएं। दही भी आपके बच्चों को दिमागी रुप से शार्प बनाती है। इससे उनका इम्यून सिस्टम ठीक होता है। दही में मौजूद एंटीबैक्टिरियल तत्व बीमारियों से बच्चों की सुरक्षा करते हैं। दही में प्रोटीन, लैक्टोज, आयरन, फास्फोरस भी होता है। दही खिलाने से बच्चों में भूख भी बढ़ती है।
नोट:
छोटे बच्चों को बहुत अधिक मात्रा में दही न खिलाए, वहीं रोज़ाना खाने के साथ थोड़ी दही खिलाने से उनकी पाचन शक्ति ठीक रहती है, इससे उनकी त्वचा भी कोमल बनी रहती है।
Created On :   15 Nov 2017 11:55 AM IST