इस देश में मिलती है लंच के बाद सोने की आजादी
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली।दोपहर में स्वादिष्ट और भरपूर भोजन करने के बाद हर किसी को नींद आने लगती है। ऐसे में अगर हमें सोने के लिए एक-दो घंटे का वक्त मिल जाए तो फिर इससे अच्छी बात क्या होगी। लेकिन कामकाजी लोगों के लिए दोपहर की नींद महज एक हसीं ख्याल है। हमारे देश में तो काम के प्रेशर की वजह से तो लोगों को रात में भी नींद नहीं आती तो ऐसे में दोपहर को नींद तो दूर की बात है। लेकिन दुनिया में एक ऐसा भी देश है जहां लोगों को दोपहर की नींद लेना जरूरी माना जाता है। जी हां, ये देश है स्पेन जहां के कल्चर में ही दोपहर की नींद शामिल है। इसे स्पेन में "सिएस्ता" कहा जाता है।
क्या है सिएस्ता?
स्पेनिश नागरिकों की लाइफस्टाइल में सबसे ज्यादा अहम है सिएस्ता। दरअसल "सिएस्ता" का मतलब होता दोपहर में ली जाने वाली नींद। ये वो वक्त होता है जब स्पेन कुछ घंटों के लिए थम जाता है। बाजार से लेकर दफ्तर तक सभी कुछ बंद हो जाते है ताकि लोग कुछ वक्त आराम कर सकें।
सिएस्ता लेने का समय
स्पेन में सिएस्ता को दो पीरियड में बांटा जाता है। पहला भाग व्यापारियों और दुकानदारों के लिए होता है। ये दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक आराम करते हैं। दूसरा हिस्सा रेस्टोरेंट में काम करने वालों के लिए होता है। ये लोग 4 से 9 बजे तक आराम करते हैं और इस दौरान रेस्टोरेंट बंद रहते हैं।
दोपहर की धूप और गर्मी से खुद को बचाए रखना
स्पेन एक गर्म देश है, ऐसे में जो मजदूर खेत में काम कर रहे होते हैं उन्हें दोपहर की तेज धूप से बचाने के लिए सिएस्ता बनाया गया। दोपहर में सोने से वो तरोताजा महसूस करते हैं जिससे काम करने में एनर्जेटिक फील करते हैं। लेकिन आजकल ज्यादातर कर्मचारी ऑफिस में एसी में काम करते है जिससे सिएस्ता का महत्व दिन-ब-दिन कम होते जा रहा है।
दोपहर का भोजन सबसे महत्त्वपूर्ण है
सिएस्ता का एक और कारण है कि स्पेन में लम्बे समय तक भोजन करने का चलन है। दरअसल स्पेन में दोपहर का भोजन बहुत सारा बनाया जाता है जिसे खाने लिए पूरा परिवार साथ बैठता है। खाने के साथ-साथ शराब भी पी जाती है। खाने के बाद थोड़ी देर का आराम ज़रूरी होता है इसीलिए दोपहर का वक्त यहां काफी अहम माना जाता है।
दोपहर में नींद लेना है अच्छा
एक और वजह है जिसके कारण स्पेन में दोपहर की नीद को जरूरी माना जाता है। असल में स्पेन में सूर्यास्त बहुत देर से होता है, इस वजह से यहां शाम और नाईट लाइफ दोनों ही काफी हैपनिंग होती है। दोपहर में सोने से ये लोग शाम और रात को ताजा महसूस करते हैं। इतना ही नहीं यहां के बुज़ुर्ग भी सुबह के 3 बजे तक नाईट लाइफ एन्जॉय करते है। ये सब सिएस्ता के बिना नामुमकिन है। कहा जाता है कि दोपहर की नींद हमेशा लेनी चाहिए। ये आपका तनाव कम करती है और आपकी मेमोरी भी शार्प करने में मदद करती है।
सिएस्ता धीरे धीरे हो रहा है खत्म
धीरे धीरे सिएस्ता खत्म होते जा रहा है। इसके पीछे का कारण मॉडर्न सोसाइटी है। अब ज्यादातर कर्मचारी दफ्तर में एसी में बैठकर काम करते हैं और काम का इतना प्रेशर रहता है कि लोग चाह कर भी काम से ब्रेक नहीं ले पाते। लेकिन इन सब के बीच स्पेन की नाईट लाइफ पर कोई असर नहीं पड़ा है बल्कि इस तरह की लाइफस्टाइल के कारण वो लोग बाकि यूरोपियन देशों के मुकाबले एक घंटा कम सो रहे हैं।
Created On :   15 March 2018 3:20 PM IST