पेरेंट्स अपने टीनएज बच्चों के साथ ऐसे कायम करें अच्छे रिश्ते

tips: Parents should maintain their relation with teenage children
पेरेंट्स अपने टीनएज बच्चों के साथ ऐसे कायम करें अच्छे रिश्ते
पेरेंट्स अपने टीनएज बच्चों के साथ ऐसे कायम करें अच्छे रिश्ते


डिजिटल डेस्क । माता-पिता को जितनी कठिनाई टीनएज बच्चों को संभालने में आती है उतनी शायद किसी भी उम्र में बच्चों की परवरिश करने में नहीं आती। ये उम्र ही ऐसी होती है जहां सभी बच्चे एक बड़े बदलाव से गुजर रहे होते हैं। नए लोगों से मिलना, नई इच्छाएं, नई जगहों पर जाना और नए सपने देखना। ऐसे में मां-बाप जिस लाड़ प्यार से अपने बच्चे की परवरिश कर रहे होते हैं उससे अलग वो अपनी किशोर अवस्था में बदल रहे होते हैं। इस उम्र में दोस्तो का, टीवी का और कई ऐसी चीजों का असर बच्चों के दिमाग पर पड़ता है जो उनकी पहुंच से दूर होती है। उनका मन उसी ओर जाना जाता है जो उन्हें दिखाई देती है, लेकिन हाथ नहीं लग पाती। ऐसे में पैरेट्स यही सोचते है कि बचपन में समझदार और सुलझा हुआ हमारा बच्चा टीनेज होते-होते इतना अजीबो-गरीब व्यवहार क्यों करने लगता है।

कई बार बच्चे के बदले व्यवहार को पेरेंट्स समझने और समझाने की कोशिश करते है, लेकिन ऐसा हो नहीं पाता है। अक्सर ऐसे हालात में पेरेंट्स और बच्चों के बीच दूरियां पैदा हो जाती है।

 

आप कई बार सबकुछ संभालने की कोशिश करते हैं पर हालात आपके मुताबिक सुधर नहीं पाते। टीनेज की उम्र में आपका बच्चा खुद को आजाद समझने लगता है। इस उम्र में बच्चे अपने खुद के निर्णय लेना चाहते हैं।

आपको अगर अपने बच्चे के साथ बेहतर रिश्ता बनाना है तो आपको अपने बच्चे को ठीक से समझना होगा। आइए जानते है कुछ टिप्स जो टीनएज और पेरेंट्स के बीच एक अच्छा रिश्ता कायम करने में मददगार साबित हो सकती है। 

 

 

- इस उम्र में अक्सर ऐसा होता है कि बच्चे आपकी कोई भी सलाह नहीं लेना चाहते। ये बुरा जरूर लगता है पर इस वक्त आपको बड़ी समझदारी दिखानी होगी। अपने बच्चे को वक्त दें जब तक वो सही रास्ते पर है। अगर आपको लगे कि आपका बच्चा किसी गलत दिशा में जा रहा है तो तुरंत उसे सामने बिठाकर बात करिए।

 

 

- इस उम्र में बच्चे अपने खाने-पीने, कपड़े, दोस्तों से लेकर सोने का समय तक खुद तय करना चाहते है। ऐसे समय में अपने बच्चे को कुछ बातों के निर्णय खुद लेने दे। कुछ बातों पर उन्हें प्यार से समझाएं कि उनका डिसीजन लेने में आपका साथ कितना जरूरी है।

 

 

- आज के समय में आपका बच्चा गलत आदतों का शिकार भी हो सकता है। उसे शराब, सिगरेट जैसी गलत आदत की लत भी लग सकती है तो ऐसे में जरूरी है कि आप उन्हें आजादी तो दे पर मर्यादा के अंदर। बाहर घूमने, देर रात घर आने जैसी बातों पर एक कड़ा नियम जरूर बनाएं। उसे अपनी जिंदगी में आजादी तो दे पर अपनी पूरी देख-रेख में।

 

 

- इस उम्र में अक्सर आपको और आपके बच्चे का विचार एक जैसा नहीं होता तो ऐसे में जरूरी है कि आप उन्हें किसी बात के लिए गलत तरीके से जबरदस्ती न करें। ध्यान से उनकी बात सुनें और उन्हें दोनों पहलुओं पर सोचने को कहें। उन्हें समझाने की कोशिश करें कि आप क्यों सही है और वो क्यों गलत। ये बात ध्यान रखें कि वो अब छोटे बच्चे नहीं है जिन पर आप अपनी मर्जी थोप सकें। उन्हें केवल तार्किक और भावनात्मक लगाव के साथ ही आप अपनी बातें समझा सकते हैं। 

 

 

- मां-बाप बच्चे के सबसे पहले टीचर होते हैं। अगर आपका बच्चा गलत भी है तो भी आप उसे गुस्से में आकर नजरअंदाज न करें। उन पर अपनी नजर हमेशा बनाएं रखे। ऐसा करने से आप अपने बच्चे पर नजर भी बनाए रखेंगे और आपका रिश्ता भी खराब नहीं होगा। 

 

Created On :   5 May 2018 10:08 AM IST

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