देशभर में सर्दी का कहर,​ दिल के मरीज रखें खास ख्याल

Winter havoc across the country, Heart patients special care
देशभर में सर्दी का कहर,​ दिल के मरीज रखें खास ख्याल
देशभर में सर्दी का कहर,​ दिल के मरीज रखें खास ख्याल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देशभर में सर्दी ने अपना कहर बरपाना शुरु कर दिया है। सर्द हवाओं से बढ़ी ठिठुरन के चलते रात और दिन के तापमान में भारी गिरावट आई है। बात करें दिल्ली की तो यहां 23 दिसंबर रविवार को न्यूनतम तापमान 3.7 डिग्री पर पहुंच गया। यह तापमान 4 सालों में सबसे कम रिकार्ड किया गया है। बढ़ती सर्दी के साथ ही बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। दिल की मरीजों को इन दिनों में अपना खासा ध्यान रखने की जरुरत होती है। 

क्यों रहता है खतरा?
हार्ट अटैक के लिए किसी एक मौसम में खतरा नहीं बताया जा सकता यह किसी भी मौसम में हो सकता है। हालांकि सर्दियों में इसकी संभावना सबसे ज्यादा होती है। सर्दियों में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ने लगती है, जिन्हें दिल की बीमारी होती है। बैरोमेट्रिक दबाव, नमी, हवा और ठंड जैसे कई कारण हैं, जिसके कारण हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। 

ऑक्सीजन का प्रवाह 
ठंडे बदलावों के चलते दिल की धमनियां सिकुड़ जाती हैं। इन दिनों में ठंड से नर्वस सिस्टम की गतिविधियां बढ़ जाती हैं, जिससे रक्त गाढ़ा होने लगता है। ऐसे में दिल में खून और ऑक्सीजन का प्रवाह कम हो जाता है। इसी वजह से हाइपरटेंशन और दिल के मरीजों में ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। 

रिचर्स
ठंडे मौसम में ब्लड प्लेट्लेट्स ज्यादा सक्रिय और चिपचिपे होते हैं, इसलिए रक्त के थक्के जमने की आशंका भी बढ़ जाती है। इससे हार्ट अटैक होने की संभावना ज्यादा होती है। एक रिसर्च के अनुसार सबसे ज्यादा हार्ट अटैक दिसंबर में हुए जबकि सबसे कम जुलाई में होना पाया गया है। 

विटामिन डी की कमी 
सर्दियों में दिन छोटे होने के कारण लोग अधिकांश समय घर में बिताते हैं। इन दिनों में धूप भी कम निकलती है, जिससे शरीर में विटामिन डी की कमी भी हो जाती है।​ जबकि चिकित्सकों के अनुसार सर्दियों में उचित मात्रा में धूप सेंकना बेहद जरूरी है। धूप न मिलने से होने वाली विटामिन डी की कमी के चलते सीने का दर्द और दिल के दौरे का जोखिम बढ़ जाता है। इससे कंजस्टिव हार्ट फेल्योर, इस्केमिक हार्ट डिसीज, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। 

खतरनाक
हार्ट अटैक और हाई बीपी की समस्या इन दिनों में सबसे अधिक रहती है। इन दिनों में हाई बीपी यानी हाईपरटेंशन के लक्षण भी सामने आते हैं। ऐसे में जब स्थिति गंभीर लगे तो चिकित्सक की सलाह तुरंत लेना चाहिए। इन दिनों में अवसाद से पीड़ित लोग ज्यादा चीनी, ट्रांसफैट और सोडियम व ज्यादा कैलोरी वाला आरामदायक भोजन करते हैं, जो कि मोटापे, दिल के रोगों और हाइपरटेंशन से पीड़ित लोगों के लिए स्वास्थ्य की दृष्टि से खतरनाक ​है। 

ऐसे रखें ख्याल
सर्दी के मौसम में अपनी जीवनशैली में बदलाव लाएं
इन दिनों में कम थकान वाला व्यायाम करें
खाना वो खाएं जो दिल के स्वास्थ्य के लिए अच्छा हो
इन दिनों में सुबह जल्दी उठें वहीं देर रात तक बाहर रहने से बचें
दिल के मरीजों को इन दिनों में तनाव मुक्त रहना चाहिए
बीपी, डायबिटीज, कॉलेस्ट्रोल न हो, इसका खास ख्याल रखें
 

Created On :   24 Dec 2018 3:34 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story