World liver day : घातक है लिवर से लापरवाही, हर माह 30 मरीजों को ट्रांसप्लांट की जरूरत
डिजिटल डेस्क जबलपुर । यह आंकड़ा चौंकाने वाला है कि शहर में हर महीने 30 मरीज ऐसे आ रहे हैं जिन्हें तत्काल लिवर(यकृत) प्रत्यारोपण की आवश्यकता है। लिवर के प्रति लोगों की इस लापरवाही का दायरा लगातार बढ़ रहा है, लोग लिवर संबंधी बीमारी के प्रति जागरूक नहीं हैं। त्वचा के बाद शरीर का दूसरा सबसे बड़ा अंग लिवर यदि काम करना बंद कर दे तो 24 घंटे से ज्यादा जीवित नहीं रहा जा सकता। लिवर की बीमारी का पता लगाने के लिए नियमित जांच जरूरी है। विशेषज्ञों ने बताया कि घरेलू नुस्खे अपनाने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों के लोग लिवर काफी खराब होने के बाद आते हैं, महीने में करीब 30 मरीज ऐसे आते हैं जिन्हें तत्काल लिवर प्रत्यारोपण की सलाह दी जाती है। लिवर खुद रिकवर होने वाला आर्गन है, लेकिन इसके लिए समय पर इलाज जरूरी है। इसकी बीमारी की मुख्य वजह अनियमित दिनचर्या और खान-पान है।
लिवर रोग विशेषज्ञों ने बचाव तथा सुरक्षा की जानकारी दी
19 अप्रैल गुरुवार को विश्व लिवर दिवस के अवसर पर बुधवार को इंडियन मेडिकल ऐसोसिएशन द्वारा आयोजित पत्रकारवार्ता में शहर के लीवर रोग विशेषज्ञों ने बचाव तथा सुरक्षा की जानकारी दी। ऐसो. के सचिव डॉ. दीपक साहू, पूर्व प्रदेश सचिव डॉ. राकेश पाठक ने बताया कि लिवर का मुख्य कार्य शरीर के जरूरी प्रोटीन बनाना, ब्लड शुगर और कोलेस्ट्राल को नियंत्रित रखना, शरीर में उन्नत विषैले पदार्थों को फिल्टर करना, संक्रमण से बचाना तथा भोजन को पचाने में मदद करना है। गैस्ट्रोइट्रोलॉजिस्ट डॉ. मनीष तिवारी, डॉ. रोमेश चावलानी तथा डॉ. कैलाश मिश्रा ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार भारत में लिवर की बीमारियां मृत्यु के प्रमुख दस कारणों में शामिल हैं। इसमें मुख्य रूप से फैटी लिवर, हेपेटाइटिस, लीवर सिरोसिस, अल्कोहलिक लिवर आदि प्रमुख बीमारियां हैं। लिवर की बीमारी के प्रमुख लक्षण थकावट, भूख न लगना, वजन घटना और जी मचलाना आदि हैं। अत्याधिक शराब सेवन, मोटापा, डायबिटीज, दूषित भोजन-जल आदि से लिवर की बीमारी होती है। विशेषज्ञों ने बताया कि घरेलू नुस्खे अपनाने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों के लोग लिवर काफी खराब होने के बाद आते हैं, महीने में करीब 30 मरीज ऐसे आते हैं जिन्हें तत्काल लिवर प्रत्यारोपण की सलाह दी जाती है। लिवर खुद रिकवर होने वाला आर्गन है, लेकिन इसके लिए समय पर इलाज जरूरी है। इसकी बीमारी की मुख्य वजह अनियमित दिनचर्या और खान-पान है।
Created On :   19 April 2018 1:25 PM IST