जायडस कैडिला ने गोली से एनीमिया के इलाज के लिए डीसीजीआई की मंजूरी मांगी

Zydus Cadila seeks DCGIs nod to treat anemia with pills
जायडस कैडिला ने गोली से एनीमिया के इलाज के लिए डीसीजीआई की मंजूरी मांगी
बयान जायडस कैडिला ने गोली से एनीमिया के इलाज के लिए डीसीजीआई की मंजूरी मांगी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। फार्मा कंपनी जायडस कैडिला ने भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से डेसीडस्टैट नाम की एक नई दवा के लिए मंजूरी मांगी है। डेसीडस्टैट क्रोनिक किडनी रोग के कारण होने वाले एनीमिया के उपचार के लिए इंजेक्शन योग्य एरिथ्रोपोइटिन-उत्तेजक एजेंटों (ईएसए) का एक मौखिक विकल्प, यानी खाने वाली गोली है।

जायडस ने एक बयान में कहा कि उसने डीसीजीआई को डेसीडस्टैट के लिए नई दवा आवेदन (एनडीए) सौंप दिया है।डेसीडस्टैट क्रोनिक किडनी रोग के रोगियों में एनीमिया के उपचार के लिए एक मौखिक छोटा अणु हाइपोक्सिया-इंड्यूसिबल फैक्टर प्रोलिल हाइड्रॉक्सिलेज (एचआईएफ-पीएच) है।

डीएनए क्रोनिक किडनी रोगियों में ड्रीम-एनडी और ड्रीम-डी के 3 चरणों में परीक्षणों के सकारात्मक आंकड़ों पर आधारित है। डेसीडस्टैट ने किडनी रोगियों में आयोजित चरण 3 परीक्षणों, ड्रीम-एनडी और ड्रीम-डी दोनों में अपने प्राथमिक प्रभावकारिता समापन बिंदु को पूरा किया। डेटा आगामी वैज्ञानिक बैठकों में प्रस्तुत किया जाएगा और इसकी समीक्षा वैज्ञानिक पत्रिकाओं में प्रकाशित किया जाएगा।

कैडिला के अध्यक्ष पंकज आर. पटेल ने कहा, हम इस महत्वपूर्ण मील के पत्थर से उत्साहित हैं और सभी रोगियों, जांचकर्ताओं, नियामकों और वैज्ञानिकों के आभारी हैं, जिन्होंने पिछले दशक में डेसीडस्टैट की खोज और विकास का नेतृत्व किया। डेसीडस्टैट में वर्तमान में उपलब्ध इंजेक्शन योग्य एरिथ्रोपोइटिन के लिए एक मौखिक, सुरक्षित विकल्प प्रदान करने की क्षमता है।

क्रोनिक किडनी रोग एक गंभीर प्रगतिशील चिकित्सा स्थिति है। एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 11.4 करोड़, चीन में 13.2 करोड़, अमेरिका में 3.8 करोड़, जापान में 2.1 करोड़ और पश्चिमी यूरोप में 4.1 करोड़ लोगों के क्रोनिक किडनी रोग से पीड़ित होने का अनुमान है।

आईएएनएस

Created On :   23 Nov 2021 6:30 PM GMT

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