मणिपुर में एक और महिला हुई दरिंदगी का शिकार, पुलिस के सामने सुनाई दर्दनाक आपबीती, बोली - मेरे साथ सामूहिक बलात्कार किया, मारापीटा

मणिपुर में एक और महिला हुई दरिंदगी का शिकार, पुलिस के सामने सुनाई दर्दनाक आपबीती, बोली - मेरे साथ सामूहिक बलात्कार किया, मारापीटा
  • सामने आया महिला के साथ हैवानियत का एक और मामला
  • सामूहिक बलात्कार का शिकार हुई महिला
  • पुलिस में दर्ज कराया केस

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिंसा की आग में जल रहे मणिपुर से महिला के साथ यौन उत्पीड़न का एक और भयानक मामला सामने आया है। राज्य के चुराचांदपुर की एक 37 वर्षीय मैतेई समुदाय की महिला ने कुकी समुदाय के लोगों पर सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाया है। राहत शिविर में रह रहीं पीड़िता ने पुलिस थाने में केस दर्ज कराया है।

महिला ने पुलिस को बताया कि 3 मई को हुई हिंसा में उपद्रवियों ने उसके घर में आग लगा दी थी। जिसके बाद अपनी जान बचाने के लिए वह अपने दो बेटों, भतीजी और भाभी के साथ भागी। इस दौरान भीड़ ने उसे पकड़ लिया। गालियां दीं, मारपीट की। विरोध करने पर उसके साथ गैंगरेप किया। बता दें कि यह घटना उसी दिन की है जिस दिन से मणिपुर में हिंसा की शुरुआत हुई थी।

समाज के डर से चुप रही

पीड़ित महिला ने बताया कि, 'मेरे साथ हुई हैवानियत के बाद मैं वहां से जान बचाकर राहत कैंप पहुंची।' घटना के बाद से ही कैंप में रह रही पीड़िता ने बताया "मैंने अपनी और अपने परिवार की इज्जत बचाने और सामाजिक बहिष्कार से बचने के लिए घटना का खुलासा नहीं किया। इस शिकायत को दर्ज करने में देरी सामाजिक कलंक के कारण हुई। मैं यहां तक ​​कि खुद को खत्म करना चाहती थी।" पीड़ित ने अपनी शिकायत में कहा, जब अन्य महिलाओं ने अपने साथ हुई हैवानियत के बारे में बताया तो उसमें भी साहस आया। इसके बाद वह बिना किसी डर के बिष्णुपुर पुलिस स्टेशन गई और केस दर्ज कराया।

इन धाराओं में दर्ज हुआ केस

पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 376 डी, 354, 120बी और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। बता दें कि मणिपुर में 3 मई से जारी हिंसा में अब तक 150 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। जबकि इस दौरान करीब 1000 लोग घायल व 65,000 से अधिक लोग बेघर हो चुके हैं।

Created On :   10 Aug 2023 3:16 PM GMT

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