ट्रंप टैरिफ के बाद: भारतीय बाजार से विदेशी निवेशकों ने अगस्त में निकाले 18 हजार करोड़ रुपये, जल्द बड़ी घोषणा कर सकती है सरकार

- एफपीआई ने मार्च से जून तक के तीन महीनों में 38,673 करोड़ रुपये का निवेश किया था
- एफपीआई ने शेयरों से इस महीने 8 अगस्त तक 17,924 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी की
- जुलाई में विदेशी निवेशकों ने 17,741 करोड़ रुपये निकाले थे
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय बाजार से विदेशी निवेशकों ने अगस्त महीने के शुरुआती दिनों में ही करीब 18 हजार करोड़ रुपये निकाल लिए हैं। ट्रंप के टैरिफ ऐलान के बाद विदेशी निवेशकों के भारतीय शेयर बाजार में भरोसे में कमी आई है, इसकी मुख्य वजह अमेरिका और भारत के व्यापारिक रिश्तों में तनाव, निराशाजनक कॉर्पोरेट आय और भारतीय रुपये का कमजोर होना है। इससे बचने के लिए केंद्र सरकार जल्द ही प्रस्तावित 2,250 करोड़ रुपये के निर्यात संवर्धन मिशन के तहत सहायता उपायों का ऐलान कर सकती है। जिसका एक मात्र उद्देश्य यूएस टैरिफ से पैदा हुई वैश्विक व्यापार अनिश्चितताओं से उद्योग को बचाना है।
सरकार ने 1 फरवरी को 2,250 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ इस मिशन की स्थापना की घोषणा की। जिसके अंतर्गत छोटे एवं मझोले उद्योगों यानी एमएसएमई और ई-कॉमर्स निर्यातकों के लिए आसानी से ऋण योजनाएं मुहैया कराना, विदेशी वेयरहाउसिंग की सुविधा और उभरते निर्यात अवसरों का लाभ उठाने के लिए वैश्विक ब्रांडिंग पहल जैसे घटक शामिल हो सकते हैं।
खबरों से मिली जानकारी के अनुसार इसे लेकर निर्यातकों से बातचीत का दौर जारी है। ताकि इसकी जानकारी मिल जाए कि हम उन्हें व्यापार में कैसे सहायता मुहैया कर सकते है।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बात पर विचार जारी है। घरेलू खपत बढ़ाने लेकर , नई आपूर्ति श्रृंखलाओं, नए बाजारों और नए उत्पादों पर फोकस किया जा रहा है।
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक 2025 तक शेयरों में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) द्वारा निकाली गई कुल निकासी 1.13 लाख करोड़ रुपये तक हुई है। एफपीआई ने शेयरों से इस महीने 8 अगस्त तक 17,924 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी की। जुलाई में विदेशी निवेशकों ने 17,741 करोड़ रुपये निकाले थे। इससे पहले, एफपीआई ने मार्च से जून तक के तीन महीनों में 38,673 करोड़ रुपये का निवेश किया था।
Created On :   10 Aug 2025 1:17 PM IST