मणिपुर में अब थाने में रखे हथियार भी सुरक्षित नहीं, प्रदर्शनकारियों के हौसले दिन पर दिन हो रहे बुलंद, सरकारी कोशिशें बेअसर!

मणिपुर में अब थाने में रखे हथियार भी सुरक्षित नहीं, प्रदर्शनकारियों के हौसले दिन पर दिन हो रहे बुलंद, सरकारी कोशिशें बेअसर!
  • अज्ञात लोगों ने बिना किसी उकसावे के ही गोलीबारी शुरू कर दी थी।
  • अब तक हिंसा में 115 लोगों की जान जा चुकी है।

डिजिटल डेस्क,इंफाल। मणिपुर में मई के दूसरे सप्ताह से दो गुटों के बीच शुरू हुई हिंसा थम नहीं रही है। जानकारी के मुताबिक अब तक हिंसा में 115 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं हजारों लोग विस्थापित हो गए हैं। राज्य सरकार के तमाम प्रयासों के बाद भी राज्य में हिंसा अब इस हद तक पहुंच चुकी है कि लोगों की भीड़ हाथ में धारदार हथियार, कुल्हड़ी,गुलेल और डंडो का सहारा लेकर पुलिस थानों में हमला कर रही है,यही नहीं भीड़ वहां पर मौजूद हथियारों को लूटकर अपने साथ ले जाती है।

जानकारी के अनुसार मणिपुर पुलिस ने इस घटना को लेकर एफआईआर दर्ज की है और बताया है कि करीब 10 हजार से अधिक महिला और पुरुषों ने हाथ में कुल्हाड़ी,तलवार और अन्य धारदार हथियार पुलिस थाने के शस्त्रगार में रखे हुए महत्वपूर्ण हथियारों जैसे रायफल, कर्बाइन आदि को लूट लिया है।

हिंदुस्तान टाईम्स में छपी रिपोर्ट के अनुसार मणिपुर में हिंसा शुरू होने के बाद से खबर लिखे जाने तक पुलिस ने राज्य में ऐसी 22 घटनाओं की एफआईआर दर्ज कराई है। वहीं राज्य में रहने वाले स्थानीय नागरिकों का मानना है कि हिंसा से स्थिति इतनी खराब है कि राज्य में पुलिस ही सुरक्षित नहीं है तो फिर आम नागरिकों के स्थिति क्या हो सकती है।

राज्य में हो रही हिंसा को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य के सीएम एन.बीरेन सिंह ने सोमवार(19 जून) को हिंसा करने वाले लोगों से कहा था कि अगर उन्होंने हिंसा बंद नही की तो उन्हें इसके परिणाम भुगतने होंगे। सीएम सिंह ने पत्रकारों के जरिए संदेश देते हुए कहा इस हिंसा को बंद कर दीजिए वरना गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। सीएम ने कहा मैं मोइती लोगों से अपील करता हूं कि वह किसी पर हमला न करें और शांति बनाए रखें ताकि राज्य में हम सामान्य हालात बहाल कर सकें।

जानकारी के अनुसार मणिपुर के इंफाल वेस्ट जिले में रविवार देर रात 12 बजे के लगभग अज्ञात लोगों ने बिना किसी उकसावे के ही गोलीबारी शुरू कर दी थी। जिसमें सेना के एक जवान को चोट आई थी। जिसे लीमाखोंग के सैन्य अस्पताल ले जाया गया था और असकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

यह भी पढ़े -मणिपुर हिंसा को लेकर कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी से किए तीखे सवाल, कहा- 'क्या प्रधानमंत्री मणिपुर हिंसा पर एक शब्द बोले बिना ही विदेश चले जाएंगे'


Created On :   20 Jun 2023 3:13 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story