गिर के शेरों पर भी मंडराया बिपरजॉय का खतरा, सुरक्षित स्थानों पर किए गए शिफ्ट, दो साल पहले आए तौकते तूफान से मची तबाही से लिया सबक

गिर के शेरों पर भी मंडराया बिपरजॉय का खतरा, सुरक्षित स्थानों पर किए गए शिफ्ट, दो साल पहले आए तौकते तूफान से मची तबाही से लिया सबक
तौकते तूफान से भी हुआ था भारी नुकसान

डिजिट डेस्क, अहमदाबाद। अरब सागर में पैदा हुआ चक्रवाती तूफान बिपरजॉय भारत के तटीय इलाकों की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। जानकारी के मुताबिक बिपरजॉय 13 से 15 जून के बीच भारत के पश्चिमी तट से टकरा सकता है। गुजरात से लेकर महाराष्ट्र और केरल तक इसका असर दिखना शुरू हो गया है। यहां तेज हवाओं के साथ समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं वहीं इस तूफान के प्रभाव से कई इलाकों में बारिश भी हो रही है। बिपरजॉय के संभावित खतरे को देखते हुए इन राज्यों की सरकार भी अलर्ट मोड पर आ गई हैं। यहां एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और कोस्ट गार्ड की टीमों को तैनात किया गया है।

इस भीषण तूफान का असर दुनिया भर में शेरों के लिए प्रसिद्ध गिर के जंगलों पर भी पड़ता नजर आ रहा है। जिसको देखते हुए वन विभाग द्वारा इन्हें सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया गया है। बता दें कि यहां समुद्र किनारे के पास स्थित जंगल में करीब 100 शेरों का स्थाई निवास है।

वनविभाग कर रहा पुख्ता इंतजाम

जानकारी के मुताबिक, दूसरे स्थान पर ले जाए गए इन शेरों की गतिविधियों पर टैकर्स के जरिए नजर रखी जाएगी, ताकि उन पर आने वाले संभावित खतरे को पहले से भांपा जा सके। यह कदम उनकी सुरक्षा को लेकर उठाया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, खतरनाक हो चुके बिपरजॉय तूफान की वजह से यहां 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। ऐसे में शेर समेत अन्य वन्यजीवों को किसी भी तरह की कोई हानि न हो इसलिए वन विभाग यहां पुख्ता इंतजाम कर रहा है।

मुख्य वन संरक्षक आराधना साहू के मुताबिक, बिपरजॉय तूफान के संभावित खतरे को देखते हुए देवालिया पार्क को बंद करने का फैसला लिया गया है। जब तूफान का खतरा टल जाएगा तब पार्क को दोबारा सफारी के लिए खोला जाएगा। गौरतलब है कि गिर सफारी में 16 जून से 4 महीने का मॉनसून वैकेशन शुरू होता है ऐसे में गिर सफारी अब 16 अक्टूबर को ही शुरु होगा।

तौकते भी मचा चुका है तबाही

बिपरजॉय के खतरे को देखते हुए वन विभाग ने किसी को भी जंगल में न जाने की अपील की गई है। इससे पहले 2021 में आए तौकते तूफान से भी गिर जंगल में काफी नुकसान हुआ था। उस दौरान यहां के काफी पेड़ गिर गए थे। ऐसे में प्रशासन ने इस बार संभावित खतरे को भांपते हुए पहले ही गिर सफारी को बंद करने का फैसला किया है।

Created On :   13 Jun 2023 4:18 PM IST

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