डोर-टू-डोर अभियान : 21वीं सदी के बच्चे पहली बार बनेंगे मिलेनियम वोटर

21st Century Children Will Be First Millennium Voter in jabalpur mp
डोर-टू-डोर अभियान : 21वीं सदी के बच्चे पहली बार बनेंगे मिलेनियम वोटर
डोर-टू-डोर अभियान : 21वीं सदी के बच्चे पहली बार बनेंगे मिलेनियम वोटर
हाईलाइट
  • 21वीं सदी के पहले वर्ष
  • यानि सन् 2000 में जन्म लेने वाले बच्चे मिलेनियम वोटर के तौर पर विधानसभा निर्वाचन 2018 में अपना पहले मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
  • जिले से लगभग 21 हजार मिलेनियम वोटर मतदाता सूची में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।
  • इसके तहत अब तक सात हजार मिलेनियम वोटरों के नाम सूची में जोड़े जा चुके हैं।
  • मतदाताओं का नाम जोड़ने के लिए जिला प्रशासन द्वारा डोर-टू-डोर अभियान चलाया जा रहा है।

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। 21वीं सदी के पहले वर्ष, यानि सन् 2000 में जन्म लेने वाले बच्चे मिलेनियम वोटर के तौर पर विधानसभा निर्वाचन 2018 में अपना पहले मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इन नए वोटरों के नाम निर्वाचन सूची में जोडऩे के लिए शासन-प्रशासन द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है। मतदाताओं का नाम जोडऩे के लिए जिला प्रशासन द्वारा डोर-टू-डोर अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत अब तक सात हजार मिलेनियम वोटरों के नाम सूची में जोड़े जा चुके हैं। सूत्रों की माने तो 26 जून तक चलने वाले डोर-टू-डोर अभियान के दौरान जिले में करीब 15 हजार नाम जोड़े जा सकते हैं। इस तरह जिले से लगभग 21 हजार मिलेनियम वोटर मतदाता सूची में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।

इसके अलावा, शहर में आए नए मतदाता व ऐसे वोटरों के नाम भी सूची में जोड़े जा रहे हैं, जिनके नाम किन्ही कारणवश छूट गए थे। हालांकि, नगर पालिका व पंचायत स्तर पर बढ़े हुए मतदाताओं के शिफ्टिंग का कार्य पूरा कर लिया गया है। सूत्रों की माने तो जिले के शहरी व ग्रामणी क्षेत्र को मिलाकर 97 हजार से भी ज्यादा नए व बढ़े हुए मतदाताओं का शिफ्ट कर लिया गया है।

फर्जी वोटरों पर नजर
वोटर लिस्ट शुद्धिकरण व संधारण के कार्य के बीच जिला प्रशासन फर्जी वोटरों पर नजर रखे हुए है। जिम्मेदारों का कहना है कि पोलिंग बूथ के अनुसार लिस्ट की चैकिंग के दौरान इस बात की निगरानी रखी जा रही है और यह पड़ताल भी हो रही है कि किसी भी वोटर का नाम दो से उससे ज्यादा बार सूची में दर्ज तो नहीं कर लिया गया है। सूत्रों का कहना है कि कुछ विधानसभा क्षेत्र में कई ऐसे वोटरों के नाम सामने आए हैं, जिनके नाम एक से ज्यादा बार निर्वाचन सूची में दर्ज मिले हैं। हालांकि, इन्हें हटा दिया गया है। फिर भी जानकारों की माने तो अभी और भी फर्जी नाम सामने आ सकते हैं।

नाम विलोपित करने की कार्रवाई शत प्रतिशत
विधानसभा मतदाता सूची में नगरीय निकायों व पंचायतों के अंतर्गत नाम विलोपित करने की कार्रवाई जिले में शत प्रतिशत हो चुकी है। पता चला है कि जिले के नगरीय क्षेत्र के 4 हजार 287 और ग्रामीण क्षेत्र के 4 हजार 753 नागरिकों के नाम मतदाता सूची से विलोपित किए गए है। इसके साथ ही कुल 9 हजार 40 वोटरों के नाम लिस्ट से विलोपित किए गए हैं। बताया जाता है कि नाम विलोपित करने की यह प्रक्रिया पहले चिन्हांकन और फिर वेरिफिकेशन के बाद पूरी की जाती है। लिस्ट से ऐसे लोगों के नाम हटाए गए हैं, जिनकी या तो मृत्यु हो चुकी है, या फिर ऐसे वोटर शहर छोड़कर चले गए हैं।

Created On :   4 Jun 2018 1:31 PM IST

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