5 राफेल लड़ाकू विमानों का हैमर मिसाइल के साथ संचालन जल्द शुरू होगा

5 Rafale fighter jets to begin operations with Hammer missile soon
5 राफेल लड़ाकू विमानों का हैमर मिसाइल के साथ संचालन जल्द शुरू होगा
5 राफेल लड़ाकू विमानों का हैमर मिसाइल के साथ संचालन जल्द शुरू होगा
हाईलाइट
  • 5 राफेल लड़ाकू विमानों का हैमर मिसाइल के साथ संचालन जल्द शुरू होगा

नई दिल्ली, 27 जुलाई (आईएएनएस)। नए राफेल लड़ाकू विमानों के साथ इजरायल द्वारा विकसित स्पाइस 2000 बम के समेकन और परीक्षण में चूंकि लंबा समय लग रहा है, लिहाजा भारत ने लद्दाख में एलएसी पर चीन के साथ चल रहे गतिरोध के मद्देनजर विमान पर हैमर मिसाइलों को फिट करने का फैसला किया है। यह भारतीय वायुसेना को बिना किसी देरी के राफेल विमानों का संचालन करने में सक्षम बनाएगा।

सूत्रों ने कहा कि उभरती हुई आपात स्थिति में भारत के पास हैमर मिसाइलों के इस्तेमाल के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं है, जो पहले से ही राफेल जेट में के अनुकूल है। इस प्रकार अब लड़ाकू विमानों में स्पाइस 2000 बमों को लगाने को नजरअंदाज किया जा रहा है।

भारतीय पायलट सोमवार को फ्रांस से पांच राफेल जेट विमान उड़ाकर बुधवार को अंबाला वायुसेना स्टेशन पहुंचेंगे। टीम संयुक्त अरब अमीरात में अबू धाबी के पास अल ढफरा एयर बेस पर एक रात का ठहरेगी।

भारत जिस आपात स्थिति का सामना कर रहा है, उस पर जोर देते हुए भारतीय अधिकारियों ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर कहा कि हैमर मिसाइलों से लैस राफेल जेट विमानों को बिना देरी के परिचालन में लाया जाएगा। सूत्रों ने कहा कि ग्राउंड सपोर्ट स्टाफ और पायलटों की एक टीम ने पिछले डेढ़ साल से फ्रांस में प्रशिक्षण लिया है।

भारतीय वायुसेना ने कहा है, भारतीय वायुसेना के एयरक्रू और ग्राउंड क्रू ने इसके अत्यधिक उन्नत हथियार प्रणालियों सहित विमान के बारे में अच्छे से प्रशिक्षण प्राप्त किया है। आगमन के बाद, जल्द से जल्द विमान का संचालन करने पर जोर दिया जाएगा।

यह बताया गया है कि हैमर मिसाइलों के साथ राफेल जेट विमानों ने लीबिया, अफगानिस्तान, इराक और सीरिया में हवाई हमले किए हैं।

हालांकि, अधिकारियों ने जोर देकर कहा है कि इसका मतलब यह नहीं है कि विशिष्ट परिवर्तन नहीं किए जा सकते हैं या स्पाइस बमों की जगह हैमर ले रहा है।

दोनों लड़ाकू हथियारों की अलग-अलग क्षमताएं हैं।

हैमर (हाइली एजाइल मॉड्यूलर म्यूनिशन एक्सटेंडेड रेंज) फ्रांसीसी वायुसेना और नौसेना के लिए डिजाइन किया गया एक मध्यम श्रेणी का मॉड्यूलर एयर-टू-ग्राउंड मिसाइल है। यह एक रॉकेट-इनेबल मिसाइल है जो 60 किलोमीटर की रेंज के साथ ऊंचाई वाले इलाकों में हमला करने के क्षमता के लिहाज से उपयुक्त है।

स्पाइस बम एक एयर-टू-ग्राउंड ऑपरेशन के लिए उपयोग किए जाने वाले हथियारों के परिवार से सुसज्जित है। भारत मिराज-2000 पर 2015 से स्पाइस 2000 बम का इस्तेमाल कर रहा है।

Created On :   27 July 2020 4:31 PM IST

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