पाक और बांग्लादेश की सीमाओं पर तैनात होंगे BSF के 7000 जवान

7000 BSF personnel to be deployed on Pak and Bangladesh borders
पाक और बांग्लादेश की सीमाओं पर तैनात होंगे BSF के 7000 जवान
पाक और बांग्लादेश की सीमाओं पर तैनात होंगे BSF के 7000 जवान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान और बांग्लादेश से लगी देश की अशांत सीमाओं की पहरदारी के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की छह नयी बटालियन तैनात की जाएगी। जिसमें करीब 7,000 जवान होंगे। आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी है। इसके लिए गृह मंत्रालय ने बल को 2,090.94 करोड़ रुपए की राशि भी आवंटित की है। इस नई बटालियनों को भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी और घुसपैठ जैसे कामों से रोकने के लिए तैनात किया जाएगा। बीएसएफ मुख्यालय से कहा गया था कि इन बटालियन को ऑपरेशनल बनाने की प्रक्रिया तेजी से शुरू की जाए।

 

शोपियां फायरिंग मामला : 27 जनवरी की पूरी घटना पर यह है सेना का पक्ष

 

हर बटालियन में 1000 से ज्यादा जवान

 

बता दें कि करीब साल भर में इस बटालियन का गठन हो जाएगा। बीएसएफ के प्रत्येक बटालियन में 1000 से अधिक जवान और अधिकारी होते हैं। मंत्रालय ने इस सिलसिले में बल के प्रस्ताव को 19 जनवरी को मंजूरी दी थी और बीएसएफ मुख्यालय को इसकी प्रक्रिया शीघ्रता से शुरू करने को कहा था। जानकारी के अनुसार, सीमाओं की पहरेदारी के बल के कार्य के तहत चार बटालियनों का गठन किया जाएगा, जबकि शेष दो बटालियन कार्यकारी इकाइयों की पूरक होंगी और वे पहले से तैनात जवानों की जगह लेंगी।

 

 

 

भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) पर चीन से लगी देश की 3488 किमी लंबी सीमा की पहरेदारी की जिम्मेदारी है। आईटीबीपी को नयी बटालियनें गठित करने की इजाजत देने की गृह मंत्रालय की मंजूरी आखिरी चरणों में है। बताया जा रहा है कि 4 बटालियन को पाकिस्तान और बांग्लादेश सीमा पर 8 इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट की सुरक्षा का जिम्मा दिया जाएगा। बता दें कि सरकार की योजना देश के दो सीमा प्रहरी बलों - बीएसएफ और आईटीबीपी- में 15 नई बटालियनें गठित करने की है।

 

 

 

 

जवानों के लिए झोपड़ी का भी इंतजाम

 

इसके साथ ही भारत की पाकिस्तान और चीन से लगी सीमाओं पर सैन्य बलों की मदद के लिए सरकार ने आधारभूत ढांचे बनाने को 370 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं। इस धनराशि से बीएसएफ और आइटीबीपी के लिए सीमा पर बंकर और अग्रिम मोर्चो पर दुर्गम मौसम पर नियंत्रण रखने वाली झोपडि़यां बनाई जाएंगी। इन दोनों सुरक्षा बलों के लिए इस रकम से बंकरों का निर्माण किया जाएगा। भारत-पाक सीमा पर आउटपोस्ट की किलेबंदी की जाएगी। मौसम पर बेअसर रहने वाली झोपड़ियों का भी निर्माण होगा। आइटीबीपी के लिए स्नो स्कूटर हासिल किए जाएंगे। 

Created On :   1 Feb 2018 8:01 AM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story