राजीव गांधी विवाद के बीच AAP का ऐलान, कांग्रेस के साथ नहीं लड़ेगी पार्टी
- AAP के सांसद संजय सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी पंजाब
- हरियाणा समेत चार राज्यों में अकेले चुनाव लड़ेगी।
- आम आदमी पार्टी (AAP) ने एक बड़ा ऐलान किया है।
- संजय सिंह ने कहा कि पार्टी केवल 33 सीटों पर लड़ने की तैयारी कर रही है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले सभी पार्टियों ने सीट बंटवारे को लेकर मीटिंग शुरू कर दी है। दूसरी तरफ महागठबंधन बनाने को लेकर भी चर्चाएं जोरों पर हैं। इन्हीं चर्चाओं के बीच आम आदमी पार्टी (AAP) ने एक बड़ा ऐलान किया है। AAP के सांसद संजय सिंह ने गुरुवार को कहा कि उनकी पार्टी पंजाब, हरियाणा समेत चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 33 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी।
संजय सिंह ने कांग्रेस के साथ गठबंधन में लड़ने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा, "हम दिल्ली, चंडीगढ़, हरियाणा, पंजाब, गोवा जैसे राज्यों में मजबूत स्थिति में हैं, इसलिए AAP इन जगहों पर अकेले दम पर चुनाव लड़ेगी। हमने इसके लिए तैयारी शुरू भी कर दी है। हालांकि हम महागठबंधन के बीजेपी को रोकने की सोच का स्वागत करते हैं।"
संजय सिंह ने कहा, "पिछले लोकसभा चुनाव की तरह हम देश की सभी सीटों पर नहीं लड़ेंगे। पार्टी केवल 33 सीटों पर लड़ने की तैयारी कर रही है। हमारा लक्ष्य केवल इन सीटों पर अच्छा करना और बीजेपी को रोकना है। इसके लिए हम दिल्ली में संगठन विस्तार करने जा रहे हैं।"
संजय सिंह ने दिल्ली के मु्ख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के चंद्रबाबू नायडू और शरद यादव से मिलने पर भी सफाई पेश की। सिंह ने कहा कि "केजरीवाल की मुलाकात कुछ अहम मुद्दों को लेकर थी। इसमें किसानों से संबंधित समस्याएं, सरकारी संस्थान जैसे की CBI और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में चल रही समस्याओं पर चर्चा थी, इससे ज्यादा कुछ नहीं। अटकलें मीडिया द्वारा बनाई गईं थीं।"
बता दें कि हाल ही में AAP ने पांच राज्यों में चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। ऐसा बताया जा रहा है कि AAP दिल्ली की सात, पंजाब की तेरह, हरियाणा की दस, गोवा की दो और चंडीगढ़ की एक सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। इसके लिए उन्होंने दिल्ली की सात सीटों में से पांच पर प्रभारी भी घोषित कर दिए थे।
पिछले कुछ समय से AAP के महागठबंन में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं। कुछ दिन पहले केजरीवाल और राहुल गांधी को एक साथ एक मंच पर देखा गया था। इससे इन अटकलों को और हवा मिल गई थी। हालांकि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से कथित तौर पर भारत रत्न वापस लेने के प्रस्ताव पेश करने के बाद से कांग्रेस की ओर से AAP की काफी आलोचना की गई थी।
Created On :   3 Jan 2019 6:58 PM IST