दिल्ली में चलेगी CNG गाड़ियां, पेट्रोल-डीजल वाहनों पर लगाया जा सकता है बैन
- EPCA चेयरमैन भूरे लाल ने कहा कि हमारे पास कोई रास्ता नहीं बचा है
- इसलिए दो पहिया और चार पहिया पेट्रोल-डीजल वाहनों पर बैन लगाने के लिए जरूरी कदम उठना होगा।
- दिल्ली की सड़कों पर सिर्फ CNG गाडियां चलती नजर आएंगी।
- दिल्ली में पेट्रोल-डीजल वाहनों पर लग सकता है बैन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अगर प्रदूषण की स्थिति में सुधार नहीं होता है तो दिल्ली की सड़कों पर सिर्फ CNG गाड़ियां चलती नजर आएंगी। खराब वायु के कारण पेट्रोल-डीजल वाहनों पर बैन लगाया जा सकता है। जिसमें दो पहिया वाहनों को भी शामिल किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त EPCA ने सोमवार को टास्क फोर्स को इस बारे में विचार करने के लिए कहा था। जिस पर मंगलवार को EPCA चेयरमैन भूरे लाल ने कहा कि हमारे पास कोई रास्ता नहीं बचा है, इसलिए दो पहिया और चार पहिया पेट्रोल-डीजल वाहनों पर बैन लगाने के लिए जरूरी कदम उठना होगा। हमारे पास CNG वाहन के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं है।
#Delhi: PM 10 level at 286 and PM 2.5 level at 373, in "Poor" and "Very Poor" categories respectively on Air Quality Index (AQI), at Lodhi Road. pic.twitter.com/uCSbzis6Zz
— ANI (@ANI) November 13, 2018
EPCA चेयरमैन ने कहा कि दिल्ली-NCR में सभी गाड़ियों पर स्टीकर ना होने के चलते डीजल और पेट्रोल की गाड़ियों की पहचान संभव नहीं है। इसी वजह से सभी गाड़ियों को कुछ समय के लिए बंद करना पड़ सकता है। EPCA ने सोमवार को केवल उन ही वाहनों को अंदर प्रवेश की इजाजत दी थी जो दिल्ली सीमा के बाहर जाम में फंसे थे। सोमवार को जाम की स्थिति के बनने से शहर के बाहर एक हजार से ज्यादा ट्रक फंस गए थे। जिन्हें निकालने के लिए दिल्ली के अंदर आने के इजाजत दी गई थी। बता दें कि 12 नवंबर को रात ग्यारह बजे से 13 नवंबर को सुबह सात बजे तक उन्हें टोल या पर्यावरण हर्जाना राशि (ECC) चुकाने से भी छूट होगी।
गौरतलब है कि दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में सुधार के बाद भी स्थिति गंभीर बनी हुई है। दिल्ली में मंगलवार सुबह हवा में अतिसूक्ष्म कणों- पीएम 2.5 का स्तर 373 दर्ज किया गया जबकि पीएम 10 का स्तर 286 दर्ज किया गया। वहीं सोमवार को दिल्ली का 12 घंटे का औसत एयर इंडेक्स 399 रहा। यह पहली बार 400 से नीचे आया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, दिल्ली के 19 इलाकों में वायु गुणवत्ता गंभीर दर्ज की गई जबकि 17 स्थानों पर यह ""बेहद खराब"" श्रेणी में रही। गाजियाबाद, फरीदाबाद, ग्रेटर नोएडा और नोएडा में हवा की गुणवत्ता गंभीर रही जबकि गुरुग्राम में स्थिति में थोड़ा सुधार देखने को मिला है। वहां पर गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में दर्ज की गयी।
Created On :   13 Nov 2018 3:58 PM IST