सपा की किसान यात्रा के चलते अखिलेश यादव घर में नजरबंद

Akhilesh Yadav under house arrest due to SPs farmer visit
सपा की किसान यात्रा के चलते अखिलेश यादव घर में नजरबंद
सपा की किसान यात्रा के चलते अखिलेश यादव घर में नजरबंद
हाईलाइट
  • सपा की किसान यात्रा के चलते अखिलेश यादव घर में नजरबंद

लखनऊ , 7 दिसंबर (आईएएनएस)। देश में चल रहे किसान आंदोलन को देखते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) भी सक्रिय हो गयी है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा हर जिले में किसानों के समर्थन में यात्रा आयोजित करने के आह्वान के बाद लखनऊ में सोमवार सुबह सपा कार्यालय से लेकर अखिलेश यादव के घर तक पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया। विक्रमादित्य मार्ग पर उनके आवास में ही अखिलेश यादव को नजरबंद किया गया है। सरकार कोरोना संक्रमण का हवाला देकर उनको घर से बाहर नही निकलने दे रही है।

कन्नौज में जिलाधिकारी ने अखिलेश यादव के किसान मार्च को मंजूरी नहीं दी।

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का सोमवार को दिन में 11 बजे कन्नौज से समाजवादी पार्टी किसान यात्रा को रवाना करने का कार्यक्रम था, लेकिन उनको लखनऊ में विक्रमादित्य मार्ग पर उनके आवास में ही नजरबंद किया गया है। अखिलेश यादव के आवास के साथ ही विक्रमादित्य मार्ग पर सपा कार्यालय को भी बैरिकेडिंग लगाकर सील कर दिया गया है। कन्नौज में सपाइयों को रोकने के लिए प्रशासन तैयार है।

लखनऊ में विक्रमादित्य मार्ग पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और किसी भी प्रदर्शन से निपटने की पूरी तैयारी की गई है। पुलिस प्रशासन हाई अलर्ट पर है।

अखिलेश यादव की गाड़ी के साथ ही सिक्योरिटी को भी बैरीकैडिंग के बाहर ही रोक दिया गया है। उनको भी अखिलेश यादव के घर में प्रवेश नहीं दिया गया है। गौतम पल्ली थाना की फोर्स के साथ ही लखनऊ के अन्य थाना क्षेत्र की फोर्स को अखिलेश यादव के आवास के पास तैनात किया गया है।

अखिलेश यादव से मिलने उनके आवास पर जा रहे रहे पार्टी के दो एमएलसी उदयवीर सिंह तथा राजपाल कश्यप को भी पुलिस ने सड़क पर ही रोक दिया। दोनों नेताओं ने अपना परिचय देने के साथ ही अपना आई कार्ड भी दिखाया, इसके बावजूद उन्हें रोका गया है। विधान परिषद सदस्य राजपाल कश्यप के साथ आशु मलिक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। राजपाल कश्यप ने कहा कि प्रदेश सरकार अखिलेश यादव से घबरा गई है।किसानों की आवाज उठाने पर अन्याय किया जा रहा है।

माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के किसी भी समय घर से बाहर निकल सकते हैं।

दरअसल, किसान आंदोलन की आग पूरे देश में फैल चुकी है। देश के 12 से ज्यादा सियासी दलों ने किसानों का समर्थन किया है जो कि दिल्ली में केंद्र द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों के साथ सरकार की कई दौर की वार्ता बेनतीजा रही है जिस पर किसानों ने आठ दिसंबर को भारत बंद का ऐलान किया है।

कन्नौज के जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र ने कहा कि अभी कोरोना वायरस खत्म नहीं हुआ है लिहाजा भीड़ जुटाने की अनुमति किसी भी स्थिति में नहीं दी जा सकती। सपा मुखिया को पत्र भेजकर इस पर अवगत करा दिया गया है। प्रशासन का कहना है कि अगर फिर भी भीड़ जुटती है तो कार्रवाई की जाएगी।

विकेटी-एसकेपी

Created On :   7 Dec 2020 12:42 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story