मोदी सरकार पर अन्ना का तंज, कहा "माल खाए मदारी और नाच करे बंदर"

Anna Hazare said pm modi government think about Industrialists
मोदी सरकार पर अन्ना का तंज, कहा "माल खाए मदारी और नाच करे बंदर"
मोदी सरकार पर अन्ना का तंज, कहा "माल खाए मदारी और नाच करे बंदर"

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। समाजसेवी अन्ना हजारे एक बार फिर से एक्टिव हो गए हैं। हाल ही में उन्होंने संभल में भारतीय किसान यूनियन के किसान सम्मेलन में अन्ना ने कहा था कि "भारत को आजाद हुए 70 वर्ष हो गए हैं। इसके बाद भी देश के हालात नहीं बदले हैं, पहले जैसे ही है। अब तो गोरे भी देश छोड़ कर चले गए, कालों ने राज कर लिया। दिल्ली में आंदोलन अंतिम होगा। अन्ना के निशाने पर इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार है। अन्ना हजारे ने कहा कि अगर सरकार ने उनकी बातें नहीं मानीं तो आंदोलन में प्राण त्याग दूंगा। इससे साफ है कि लोकपाल आंदोलन से मनमोहन सिंह की सरकार की जड़ें हिला देने वाले समाजसेवी अन्ना हजारे एक बार फिर से आंदोलन करने के मूड में हैं।

 

कहावत के जरिए साधा निशाना


एक कहावत का जिक्र करते हुए अन्ना ने कहा कि "माल खाए मदारी और नाच करे बंदर" जैसी स्थिति आज है। किसानों को सही दाम क्यों नहीं मिल रहा है। उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है कि यह सरकार किसान की नहीं बल्कि अंबानी, अडानी जैसे उद्योगपतियों के बारे में ज्यादा सोचती है। अन्ना ने कहा कि किसान तो सिर्फ बहाना है। ‘‘मैंने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है जिसमें साफ कहा गया है कि किसान को उसकी फसल का दाम नहीं मिलने के लिए सरकार सीधे जिम्मेदार है।’’ बता दें कि देश में 70 साल में 12 लाख किसानों ने आत्महत्या की है। अन्ना हजारे ने गुस्सा जताते हुए यह भी कहा कि पीएम मोदी ने सत्ता में आने के बाद लोकपाल विधेयक लागू करने की बात कही थी, लेकिन वह अब तक लागी नहीं हुआ है। 

 

मोदी सरकार में इच्छाशक्ति की कमी

 

अन्ना ने पीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी जी ने भ्रष्टाचार मुक्त भारत की कल्पना को साकार रूप देने की बात कही थी। वह सिर्फ प्रचार प्रसार तक ही सीमित रह गई है। हकीकत में कुछ भी लागू नहीं हो पाया है। सरकार में इच्छाशक्ति की कमी है। बता दें कि अन्न बजरे एक बार फिस से 23 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में वृहद आंदोलन करने जा रहे हैं। जिसमें देश भर के लोग शामिल होंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हमने जब-जब सरकारों के खिलाफ आंदोलन किया है। तब हमें जेल में डाल दिया गया, इसके बाद सरकार गिर गई। महाराष्ट्र में हमने 2 बार सरकार गिरा दी। हमारे आंदोलन से देश की कांग्रेस सरकार गिर गई।’’ 

 

 

अन्ना ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा मकसद है कि आम जनता को सुविधाएं मिले, किसानों को उनकी फसल का लाभ मिले। अन्ना ने सरकारी और नेताओं की चुटकी लेते हुए कहा कि पैसे से सत्ता, सत्ता से पैसा कमाना नेताओं का काम है। 

Created On :   8 Feb 2018 10:23 AM IST

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