भाजपा नेताओं का दमन कर रही बंगाल पुलिस : दिलीप घोष

Bengal police oppressing BJP leaders: Dilip Ghosh
भाजपा नेताओं का दमन कर रही बंगाल पुलिस : दिलीप घोष
भाजपा नेताओं का दमन कर रही बंगाल पुलिस : दिलीप घोष

नई दिल्ली, 12 दिसंबर (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है कि राज्य में पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं का पुलिस दमन कर रही है। कार्यकर्ताओं पर हमले के बावजूद पुलिस एफआईआर नहीं दर्ज करती है। पुलिस गांजा दिखाकर भी पार्टी से जुड़े लोगों को अंदर कर देती है।

उन्होंने चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि चूंकि राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए मतदाता सूची दुरुस्त करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, इसलिए सख्ती बरती जाए।

यहां निर्वाचन सदन में चुनाव आयोग के अधिकारियों से मिलने पहुंचे भाजपा प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे दिलीप घोष ने कहा कि इस समय विधानसभा चुनाव की मतदाता सूची तैयार करने का काम चल रहा है। सर्वदलीय बैठक में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने पार्टी के चार भाजपा नेताओं पर हमला कर घायल कर दिया। बैठक एक बीडीओ ले रही थीं।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, अगर निर्वाचन सूची ठीक से नहीं बनेगी तो चुनाव कैसे होगा? 2018 में पंचायत की 34 प्रतिशत सीटें इसलिए खाली रह गई थीं, क्योंकि सत्ताधारी पार्टी ने नामांकन ही नहीं करने दिया था। सच तो यह है कि राज्य में प्रशासन भी एक पार्टी बन चुका है।

दिलीप घोष ने कहा कि लोकसभा चुनाव केंद्रीय सुरक्षा बलों की निगरानी में होने के कारण भले ही नतीजे ठीक आए, मगर जहां स्थानीय पुलिस रही, वहां उपद्रव हुआ। पश्चिम बंगाल में 42 की 42 लोकसभा सीटों पर चुनाव उपद्रव के बीच हुआ, जबकि देश की अन्य सीटों पर शांतिपूर्वक चुनाव हुआ। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में वोट का लूट होता है।

उन्होंने कहा कि पुलिस इस कदर कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न कर रही है कि उन्हें गांजा तस्कर बताकर नारकोटिक्स एक्ट के तहत पकड़कर अंदर कर दे रही है। पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र खतरे में है। ऐसे में चुनाव आयोग पश्चिम बंगाल में चुनाव कार्य में लगे अफसरों को निर्देश दे कि वे चुनाव प्रणाली को डिस्टर्ब न करें।

प्रतिनिधिमंडल में वर्दमान-दुर्गापुर से सांसद एस.एस. अहलूवालिया और स्वप्न दास गुप्ता भी शामिल रहे।

Created On :   12 Dec 2019 9:30 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story