केरल के निकाय चुनावों में दोगुनी सीटें जीतेगी भाजपा : सुरेंद्रन (आईएनएस साक्षात्कार)
- केरल के निकाय चुनावों में दोगुनी सीटें जीतेगी भाजपा : सुरेंद्रन (आईएनएस साक्षात्कार)
तिरुवनंतपुरम, 2 दिसंबर (आईएएनएस)। केरल अगले सप्ताह से तीन चरण के स्थानीय निकाय चुनावों के लिए तैयार है। केरल भाजपा इकाई के अध्यक्ष के. सुरेंद्रन को यकीन है कि राज्य में भाजपा बेहतरीन प्रदर्शन करेगी।
यहां राज्य भाजपा मुख्यालय में आईएएनएस के साथ एक साक्षात्कार में, तिरुवनंतपुरम नगर निगम चुनावों में पार्टी के उम्मीदवारों के साथ बैठक के तुरंत बाद, 50 वर्षीय नेता ने कुछ सवालों के जवाब दिए।
सुरेंद्र से जब पूछा गया कि स्थानीय निकाय चुनावों में भाजपा के प्रदर्शन पर आपकी क्या भविष्यवाणी है? तो उन्होंने कहा, हमारे पास जितनी सीटें हैं, हम उससे दोगुनी जीतने की उम्मीद कर रहे हैं। वर्तमान में, हमारे पास कुल 21,000 सीटों में से लगभग 1,200 सीटें हैं। हम पांच जिलों - तिरुवनंतपुरम, पत्तनमतिट्टा, त्रिशूर, पालक्काड़ और कासरगोड में बहुत अच्छा प्रदर्श करेंगे।
यह पूछे जाने पर कि ये आत्मविश्वास कहां से आया, तो उन्होंने कहा, इस बार, हम युवाओं और महिलाओं पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं। हमारा सबरीमाला मंदिर अभियान हमारी मदद भी करेगा, इसके अलावा हमने कोविड-19 स्थिति को भी जिस तरह संभाला, यह मदद करेगा। इसके अलावा कुल मिलाकर मोदी इफेक्ट भी है।
इसके अलावा केरल में वाजपेयी युग से समय और स्थिति बदल गई है। उन समय में, भाजपा सिर्फ अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के लिए शुरुआत कर रही थी और हमारे उम्मीदवारों में आत्मविश्वास की कमी थी। आज, स्थिति बदल गई है - हमने अपने उम्मीदवारों का नाम देना बहुत मुश्किल पाया, क्योंकि आवेदकों की लंबी फेहरिस्त थी। हमारे उम्मीदवारों का आत्मविश्वास बहुत अधिक है। इस बार, भाजपा का कोई भी प्रत्याशी सिर्फ चुनाव लड़ने के लिए चुनाव नहीं लड़ रहा है, क्योंकि सभी का लक्ष्य जीत दर्ज करना है।
सुरेंदन ने यह पूछे जाने पर कि इस नए कायाकल्प का कारण क्या है? उन्होंने कहा कि संगठन को लगता है कि युवाओं और महिलाओं से उन्हें अच्छा-खासा समर्थन मिला है, क्योंकि उन्हें लगता है कि भाजपा तीसरा विकल्प है और इसमें केरल में सत्ता हासिल करने की ताकत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियां और कार्यक्रम दिशा और उद्देश्य की भावना के साथ हैं। बस केरल के गांवों में चहलकदमी करने पर आप जान जाएंगे कि लोगों को अब विभिन्न योजनाओं के तहत केंद्र से क्या मिला है, इस बारे में उन्हें पता है।
सुरेंद्र से जब पूछा गया कि क्या केरल भाजपा में एक पीढ़ीगत परिवर्तन प्रभाव है? तो उन्होंने कहा, हां, है। किसी अन्य पार्टी के पास अपने नेताओं के लिए उम्र का मापदंड नहीं है। केरल में, 35 वर्ष से अधिक आयु का एक भी युवा मोर्चा सदस्य नहीं है। इसके अलावा, केरल में किसी भी स्तर पर हमारी किसी भी समिति की संरचना को देखें, और यहां तक कि फीडर संगठनों में भी - 33 प्रतिशत सीटें महिलाओं के लिए निर्धारित हैं। साथ ही, पार्टी के शीर्ष पदों पर भी हमारे पास सभी धर्मो के लोग हैं। यहां तक कि पार्टी के शीर्ष पदों पर भी लॉबिंग का अस्तित्व समाप्त हो गया है और यह केवल कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता है जो किसी भी भाजपा सदस्य के लिए पुरस्कार लाएगा।
आईएएनएस द्वारा यह पूछे जाने पर कि केरल में आगामी स्थानीय चुनावों में आपका प्रमुख राजनीतिक शत्रु कौन है? तो सुरेंद्र ने कहा कि कुछ स्थानों पर, हम वामपंथियों से लड़ रहे हैं, जबकि कुछ अन्य में यह कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फट्र है। आप बस इंतजार करें और देखें। हम मलप्पुरम जिले (मुस्लिम मतदाताओं के उच्च प्रतिशत वोटों के साथ) में जीतेंगे। मलप्पुरम से हमें जो प्रतिक्रिया मिली, उससे मैं वास्तव में हैरान था। न केवल हिंदू वोट मिलेंगे, बल्कि मुस्लिम वोट भी मिलेंगे। मोदी के 1 रुपये वाले सैनिटरी कैम्पेन प्रोग्राम को अच्छी प्रतिक्रिया मिली है।
पार्टी की वरिष्ठ नेता शोभा सुरेंद्रन के पार्टी से नाराज होने की मीडिया में आ रही खबरों के बारे में उन्होंने कहा कि मीडिया को इससे कोई समस्या है। यह मीडिया के प्रचार के अलावा कुछ नहीं है। हर समस्या के लिए एक समाधान है। लेकिन शोभा के साथ कोई समस्या नहीं है। तो, समाधान का सवाल ही नहीं उठता।
भाजपा नेता ने यह पूछे जाने पर कि जुलाई में सामने आए सोने की तस्करी मामले और अन्य आरोपों के मद्देनजर, क्या आपको लगता है कि मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन 2021 के विधानसभा चुनावों में सत्ता बरकरार रखेंगे? तो उन्होंने कहा, लेकिन वर्तमान गंभीर मुद्दों को दखते हुए बड़ा सवाल यह है कि क्या वह अपना वर्तमान कार्यकाल पूरा कर सकेंगे? मुझे संदेह है। वह परेशानी में हैं और सभी की निगाहें उनके करीबी सहयोगी और सहायक निजी सचिव सीएम रविंद्रन के साथ क्या होगा, इस पर है जब वह आखिरकार प्रवर्तन निदेशालय के सामने पूछताछ के लिए उपस्थित होंगे। चार मंत्री भी मुश्किल में पड़ सकते हैं। विजयन के लिए चीजें सही नहीं हैं।
वीएवी/एसजीके
Created On :   2 Dec 2020 4:00 PM IST