पुलिस वैन में बम ब्लास्ट, बेऊर जेल के कैदियों ने बनाया था भागने का प्लान
डिजिटल डेस्क, पटना। पटना जिले में एक कैदी वाहन में बम ब्लास्ट की घटना से हड़कंप मच गया है। यह घटना उस वक्त हुई जब कैदियों को पटना सिटी कोर्ट से बाहर वापस लाया जा रहा था। घटना बेउर थाना क्षेत्र के अंतर्गत सिपारा दशरथा मोड़ के पास हुई, जहां अचानक कैदी वाहन में बम फट गया। बम फटने की वजह से एक कैदी और एक सिपाही घायल हुए हैं।
वाहन चालक ने नाकाम की कोशिश
बताया जा रहा है कि अंदर सवार कैदियों द्वारा ही बम गाड़ी में लाया गया और बम विस्फोट कर भागने की प्लानिंग थी। वैन में करीब 18 कैदी थे। हालांकि ड्राइवर की मुस्तैदी से कैदी फरार होने में असफल रहे। इस मामले में एसएसपी सिटी मनु महाराज ने बहादुरी दिखाने वाले सिपाहियों का उत्साहवर्धन किया है। बताया जा रहा है कि ब्लास्ट होते ही वाहन चालक हवलदार राम अयोध्या सिंह की सूझबूझ से कैदी भाग नहीं पाए। चालक ने दो किलोमीटर का रास्ता तय कर बेउर जेल गेट पहुंचाकर ही वाहन रोका। जब तक थाना पुलिस और आला अफसर मौके पर नहीं पहुंचे, पुलिसकर्मियों ने मोर्चा संभाले रखा और वैन का ताला नहीं खोला।
वरिष्ठ अधिकारियों के पहुंचने पर एक-एक कर वैन से बंदियों को बाहर निकाला गया। एटीएस (आतंक निरोधक दस्ता) की बम स्क्वॉयड ने वैन की तलाशी ली। वाहन के अंदर से देसी जिंदा बम, रिवॉल्वर और पांच कारतूस बरामद किए। तीन गोलियां रिवॉल्वर में लोड थीं, जबकि दो कारतूस फर्श पर मिले। एटीएस के जवानों ने जिंदा बम को निष्क्रिय कर दिया। एसएसपी मनुमहाराज ने बताया कि पटना सिटी कोर्ट में बंदियों की पेशी कराने के बाद वैन वापस बेउर जेल जा रही थी। बमबारी में सिपाही रंजीत राणा और एक कैदी आंशिक रूप से घायल हो गए हैं। कैदियों को हथियार कैसे मिले, इसकी जांच की जा रही।
चार बम ब्लास्ट किए गए
दोनों अपराधियों ने वैन में एक के बाद एक चार बम फोड़े। वह वाहन के रुकने और दरवाजा खुलने के इंतजार में थे। यह तो अच्छा था कि चालक ने वाहन नहीं रोका। बेउर जेल गेट पर पहुंचते ही सुरक्षाकर्मियों ने वैन को चारों तरफ से घेर लिया था। हालांकि बम बहुत शक्तिशाली नहीं था लेकिन पांच विस्फोट से हड़कंप मच गया। इस घटना ने पुलिस की पोल खोल दी है, घटना को लेकर से बड़े सवाल भी उठ रहे हैं कि सिटी कोर्ट में पेशी के बाद कौन आदमी था, जिसने सोनू और सिकंदर को बम दिया। यह पुलिस प्रशासन की बड़ी चूक है।
इस घटना के बाद कैदी वाहन और स्कार्ट ड्यूटी में लगे 13 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अलावा 7 सैप जवान को भी सस्पेंड किया गया है। वहीं पटना जोन के आइजी नयैर हसनैन खान ने इस मामले में 6 होमगार्ड जवानों के बर्खास्तगी के लिए मुख्यालय को संस्तुति पत्र लिखा है।
Created On :   16 May 2018 10:31 AM IST