कर्नाटक: येदियुरप्पा आज लेंगे CM पद की शपथ, SC पहुंची कांग्रेस
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। कर्नाटक में सरकार बनाने को लेकर चल रहा सस्पेंस आखिरकर बुधवार रात खत्म हो गया। राज्यपाल वजुभाई वाला ने बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता भेजा है। अब बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा गुरुवार सुबह 9 बजे सीएम पद की शपथ लेंगे। राज्यपाल ने येदियुरप्पा को बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय दिया है। शपथग्रहण समारोह में पीएम मोदी और अमित शाह मौजूद नहीं रहेंगे। बता दें कि कर्नाटक चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है जबकि कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बनाने का दावा किया।
ट्वीट कर शपथ ग्रहण की जानकारी
शपथ ग्रहण समारोह के बारे में कर्नाटक बीजेपी ने ट्वीट कर जानकारी दी है। ट्वीट में लिखा- करोड़ों कर्नाटक निवासियों को जिस दिन का इंतजार था वो आ गया है। बीएस येदुरप्पा कल सुबह नौ बजे राजभवन में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। स्वर्ण कर्नाटक बनाने का क्षण आ गया है।"" वहीं बीजेपी नेता मुरलीधर राव ने राज्यपाल से मिले न्योते का एलान किया। मुलरीधर राव ने बताया कि कल सुबह येदुरप्पा का शपथ ग्रहण होगा। राज्यपाल ने बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का वक्त दिया है।
The moment that crores of Kannadigas are awaiting is here.
— BJP Karnataka (@BJP4Karnataka) May 16, 2018
Sri @BSYBJP will take oath as Chief Minister of Karnataka tomorrow morning at 9.00 AM at Raj Bhavan.
The movement to build our Suvarna Karnataka has started. #CMBSY
His Excellency the Governor of Karnataka has invited Sri @BSYBJP to form the government.
— BJP Karnataka (@BJP4Karnataka) May 16, 2018
Sri @BSYBJP will take oath tomorrow as Chief Minister of Karnataka at 9 AM at Raj Bhavan. #CMBSY pic.twitter.com/DCSIx3APSZ
CJI से मिले कांग्रेस नेता
राज्यपाल के बीजेपी को दिए शपथ ग्रहण के न्योते के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चीज जस्टिस ऑफ इंडिया दीपक मिश्रा से मिलने पहुंचे। कांग्रेस ने CJI से इस मामले में तुरंत सुनवाई कराने की मांग की है। वहीं इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, राज्यपाल को कानूनसम्मत कदम उठाना चाहिए। हमारे पास बहुमत होने के बावजूद हमें सरकार बनाने का मौका नहीं दिया गया। हमने राज्यपाल से मिलकर उन्हें विधायकों के समर्थन की चिट्ठी भी सौंपी थी। इसके साथ ही हमने राज्यपाल को गोवा के एक मामले की सुप्रीम कोर्ट के निर्देश की कॉपी भी दी थी, जो कि कानून भी है।
राज्यपाल पर दबाव
वहीं कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा, "कोई राज्यपाल अगर संविधान का उल्लंघन करता है तो निश्चित रूप से कहीं न कहीं से तो दबाव है।" मणिपुर और गोवा का उदाहरण देते हुए सिब्बल ने कहा कि चाहे गोवा हो, मणिपुर हो या फिर मेघायल हो, राज्यपाल ने बहुमत के हिसाब से सरकार बनवाई थी। यहां जेडीएस और कांग्रेस के पास बहुमत है। बता दें कि इससे पहले कांग्रेस और जेडीएस के नेताओं ने राज्यपाल वजुभाई वाला से मुलाकात की थी। जेडीएस और कांग्रेस ने राज्यपाल को 117 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा था। इसमें 78 कांग्रेस, 37 जेडीएस, एक बसपा और एक निर्दलीय विधायक के हस्ताक्षर थे। लेकिन, बुधवार शाम राज्यपाल ने बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता दे दिया।
Created On :   16 May 2018 10:52 PM IST