वापस ली गई BSF जवान की वेतन कटौती, PM ने जताई थी नाराजगी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने BSF अधिकारी के उस आदेश पर नाराजगी जताई है, जिसमें उन्होंने BSF के एक जवान का वेतन काट दिया था। पीएम ने इस आदेश को तुरंत वापस लेने के साथ ही बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कमांडेंट अनूप लाल भगत को भविष्य में ऐसा नहीं करने की सलाह दी है। पीएम के मामले में हस्तक्षेप के बाद जवान के वेतन कटौती के आदेश को वापस ले लिया गया है। दरअसल BSF जवान पर पीएम मोदी के नाम के आगे "माननीय" या "श्री" न लगाने का आरोप लगा है।
जवान ने किया "मोदी प्रोग्राम" जैसे शब्द का उपयोग
जानकारी के मुताबिक, पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में तैनात संजीव कुमार बीएसएफ की 15वीं बटालियन के कॉन्स्टेबल है। 21 फरवरी को सुबह के अभ्यास के दौरान संजीव कुमार को उनके कमांडिंग अफसर (सीओ) ने 21 "मोदी प्रोग्राम" जैसे शब्दों का इस्तेमाल करने का "दोषी" पाया था। रोजाना के शेड्यूल के मुताबिक, सभी जवान महतपुर स्थित बीएसएफ के 15वें बटालियन के हेडक्वार्टर में जीरो परेड कर रहे थे। परेड खत्म होने के बाद रिपोर्ट देते हुए बीएसएफ जवान संजीव कुमार ने "मोदी कार्यक्रम" शब्द का जिक्र किया। जिसके बाद इकाई के सीओ कमांडेंट अनूप लाल भगत ने आदेश जारी कर प्रधानमंत्री के प्रति असम्मान जताने के लिए जवान पर सात दिन का वेतन जुर्माना लगा दिया। BSF जवान को बीएसएफ एक्ट की धारा 40 के तहत दोषी पाया गया था।
पीएम की नाराजगी
बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने कहा, "प्रधानमंत्री ने इन पर नाराजगी जाहिर की है और बल को निर्देश दिया कि वह दंड को तत्काल वापस लें। आदेश को रद्द कर दिया गया और मामले से विवेकपूर्ण तरीके से नहीं निपटने के लिए संबद्ध कमांडेंट को आगाह किया गया।
घटिया खाने की शिकायत पर बर्खास्त
बता दें कि पिछले साल नौ जनवरी को बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव ने फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें जवानों को दिये जाने वाले भोजन की गुणवत्ता पर सवाल उठाये गये थे। वीडियो में यादव ने आरोप लगाया था कि तैनाती वाले स्थानों मसलन पाकिस्तान से लगती नियंत्रण रेखा पर भी जवानों को इसी तरह का घटिया भोजन दिया जाता है जिसके चलते कई बार जवान भूखे पेट सोने को मजबूर हो जाते हैं। वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने केंद्रीय गृह मंत्रालय और बीएसएफ से इस मामले पर विस्तृत तथा तत्थ्यपरक रिपोर्ट मांगी थी। जिसके बाद 19 अप्रैल को तेज बहादुर को बर्खास्त कर दिया गया था। अधिकारियों ने बताया था कि तेज बहादुर यादव को सीमा सुरक्षा बल ने स्टाफ कोर्ट ऑफ इनक्वॉयरी की रिपोर्ट के आधार पर बर्खास्त किया है।
Created On :   7 March 2018 10:49 PM IST