'कैंब्रिज एनालिटिका ने कांग्रेस के सामने पेश किया था लोकसभा चुनाव का प्लान'

Cambridge Analytica Pitched 2019 Election Strategy To Congress claims Shehzad Poonawalla
'कैंब्रिज एनालिटिका ने कांग्रेस के सामने पेश किया था लोकसभा चुनाव का प्लान'
'कैंब्रिज एनालिटिका ने कांग्रेस के सामने पेश किया था लोकसभा चुनाव का प्लान'

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ब्रिटेन की पॉलिटिकल कंसल्टेंसी फर्म कैंब्रिज एनालिटिका ने कांग्रेस को 2019 के लोकसभा चुनाव का प्लान पेश किया था। इस बात का दावा कांग्रेस के बागी नेता शहजाद पूनावाला ने किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शहजाद पूनावाला ने कैंब्रिज एनालिटिका की तैयार की गई 49 पेज की रिपोर्ट को शेयर किया है, जिसमें 2019 के लोकसभा चुनाव का पूरा प्लान तैयार था। हालांकि कांग्रेस पार्टी इस तरह की बातों से इनकार करती रही है। बता दें कि फेसबुक डाटा लीक का मामला सामने आने के बाद व्हिसलब्लोअर क्रिस्टोफर वायली ने भी इस बात की आशंका जताई थी कि कांग्रेस पार्टी कैंब्रिज एनालिटिका की क्लाइंट थी।

5 पॉइंट्स में समझें, रिपोर्ट में क्या है?

1. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस के बागी नेता शहजाद पूनावाला ने कैंब्रिज एनालिटिका की एक रिपोर्ट शेयर की है। इस रिपोर्ट का नाम "डाटा ड्रिवेन कैंपेन : द पाथ ऑफ द 2019 लोकसभा" है। बताया जा रहा है कि इस रिपोर्ट को 2017 में तैयार किया गया था और इसे कांग्रेस पार्टी के सामने पेश किया गया था।

2. रिपोर्ट के मुताबिक, इस प्लान को कैंब्रिज एनालिटिका के पूर्व सीईओ अलेक्जेंडर निक्स से बनाया था। इसमें कर्नाटक, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों का भी प्लान दिया गया था। इसके साथ ही लोगों का डाटा किस तरह तैयार किया जाएगा, इसका प्लान भी इस रिपोर्ट में बताया गया था।

3. एक न्यूज चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक, शहजाद पूनावाला ने दावा किया है कि ये डील करीब 200 से 500 करोड़ रुपए के बीच की थी। इस पूरे प्लान का मकसद डाटा माइनिंग, नेशलन डाटा एनालिसिस, डाटा ड्रिवेन कैंपेन और मीडिया मॉनिटरिंग करना था। 

4. इस रिपोर्ट में कैंब्रिज एनालिटिका ने 2016 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में चलाए गए कैंपेन का भी जिक्र किया था। इसमें बताया गया था कि डाटा इंजीनियर वेबसाइट, मोबाइल एप्स, ट्विटर और फेसबुक के जरिए डाटा कलेक्ट करेंगे। साथ ही जैसे ही कोई यूजर कांग्रेस की वेबसाइट पर आएगा, तो उसकी डिटेल खुद ही रिकॉर्ड हो जाएगी।

5. शहजाद पूनावाला ने ये भी दावा किया है कि ये प्लान कैंब्रिज एनालिटिका के पूर्व सीईओ अलेक्जेंडर निक्स ने राहुल गांधी के सामने पेश किया था। उन्होंने ये भी कहा है कि पिछले कुछ दिनों में राहुल गांधी के सोशल मीडिया में जिस तरह का बदलाव आया है, ये उसी का नतीजा है।

 



चैनल ने भी किया इसी तरह का दावा

इसके साथ ही न्यूज चैनल एनडीटीवी ने भी इस तरह का दावा किया है। चैनल का कहना है कि उसके हाथ कुछ ऐसे डॉक्यूमेंट्स लगे हैं, जिससे राहुल गांधी और कैंब्रिज एनालिटिका के पूर्व सीईओ अलेक्जेंडर निक्स की मुलाकात की बात साबित होती है। चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक, अलेक्जेंडर निक्स ने इस मामले में कांग्रेस नेता जयराम रमेश और पी. चिदंबरम से भी मुलाकात की थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019 के लोकसभा चुनावों में सोशल मीडिया के जरिए कांग्रेस की मदद करने का प्लान दिया था और इसके लिए अलेक्जेंडर ने कांग्रेस से 2.5 करोड़ रुपए की डिमांड रखी थी। चैनल ने भी उसी रिपोर्ट का जिक्र किया है, जिसका जिक्र कांग्रेस नेता शहजाद पूनावाला ने किया था। चैनल ने अपने सूत्रों के हवाले से कहा है कि कैंब्रिज एनालिटिका के इस प्रपोजल को कांग्रेस ने ठुकरा दिया था, क्योंकि पार्टी कैंब्रिज एनालिटिका को "राइट विंग" समझ रही थी और उसे आशंका थी कि वो कहीं कांग्रेस में ही सेंध न लगा दे।

कांग्रेस- कैंब्रिज एनालिटिका को लेकर पहले क्या हुए खुलासे? 

- फेसबुक डाटा लीक का खुलासा करने वाले व्हिसलब्लोअर और कैंब्रिज एनालिटिका के पूर्व कर्मचारी क्रिस्टोफर वायली ने कंपनी के कांग्रेस के साथ संबंध होने की बात कही थी। वायली ने कहा था "मुझे लगता है कि कांग्रेस कैंब्रिज एनालिटिका की क्लाइंट थी। कंपनी ने कांग्रेस पार्टी के लिए हर प्रोजेक्ट पर काम किया है। हालांकि मुझे कोई नेशनल प्रोजेक्ट तो याद नहीं है, लेकिन कई सारे रीजनल प्रोजेक्ट जरूर थे।" 

 



- डाटा लीक का मामला सामने आने के बाद कैंब्रिज एनालिटिका के सस्पेंडेड सीईओ अलेक्जेंडर निक्स के लंदन ऑफिस में दीवार पर कांग्रेस का पोस्टर चिपका दिखा था। इस पोस्टर पर कांग्रेस के इलेक्शन सिंबल "हाथ के पंजे" का निशान और नीचे "डेवलपमेंट फॉर ऑल" यानी "सबका विकास" का नारा लिखा हुआ था।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, ब्रिटेन की एक पॉलिटिक कंसल्टेंसी फर्म "कैम्ब्रिज एनालिटिका" पर करीब 5 करोड़ फेसबुक यूजर्स का डाटा उनकी इजाजत के बिना यूज करने का आरोप लगा है। एक चैनल ने अपने स्टिंग ऑपरेशन में इस बात का खुलासा किया है। चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में ये बात निकलकर आई कि कैम्ब्रिज एनालिटिका ने करोंड़ों फेसबुक यूजर्स के पर्सनल डाटा का गलत इस्तेमाल किया। इसके साथ ही ये भी दावा किया गया है कि कंपनी ने 2016 में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में इस डाटा का इस्तेमाल किया और ट्रंप को फायदा पहुंचाया। इसके लिए कंपनी ने एक ऐसा सॉफ्टवेयर बनाया, जिससे लोगों के पॉलिटिकल इंटरेस्ट का अंदाजा लगाया जा सके। इस खबर के सामने आने के बाद के बाद फेसबुक को करीब 40 अरब डॉलर का नुकसान होने की बात कही जा रही है।

Created On :   17 April 2018 1:00 PM IST

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