मप्र में जारी मुहिम से माफियाओं में दहशत
भोपाल, 17 दिसंबर (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश के कई क्षेत्रों में माफियाओं का दखल बना हुआ है, अवैध कारोबार तेज से पनप रहा है, इस पर रोक लगाने के लिए राज्य सरकार ने एक साथ कई मोर्चो पर अभियान चलाया है। माफियाओं के खिलाफ मामले दर्ज किए जा रहे हैं, गिरफ्तारी का दौर जारी है, इनाम भी घोषित हो रहा है।
अभियान लगातार जारी रहने से राज्य के माफियाओं में दहशत पैदा हो गई है।
मुख्यमंत्री कमल नाथ ने अपनी सरकार के एक साल पूरा होने पर फिर राज्य को माफिया मुक्त बनाने का संकल्प दोहराया। उन्होंने कहा, मिलावटखोरों के खिलाफ हमने शुद्ध के लिए युद्ध अभियान की शुरुआत की। इसके पीछे हमारा उद्देश्य था कि जो भी खाने-पीने का सामान लोगों के उपयोग में आता है, वह उन्हें शुद्ध रूप में मिले। प्रदेश में अगर निवेश लाना, विश्वास की वापसी करना है तो माफियामुक्त प्रदेश बनाना होगा। इस दिशा में भी हमने ठोस कदम उठाए हैं।
राज्य में भू-माफिया, दूध माफिया और खाद माफिया सक्रिय रहे हैं। इन सभी के खात्मे के लिए अलग-अलग विभागों ने अभियान छेड़ दिया है। सबसे ज्यादा शिकायतें भू-माफियाओं को लेकर है। राज्य में कई सोसायटियां ऐसी हैं जिन पर भू-माफियाओं का कब्जा है। लगभग चार हजार से ज्यादा भूखंड ऐसे हैं, जिनको लेकर विवाद की स्थिति बनी है।
भू-माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की शुरुआत इंदौर से हुई है। यहां जीतू सोनी द्वारा कई जमीनों पर कब्जा कर इमारतें खड़ी की गईं, उनको ढहा दिया गया है। साथ ही उस पर एक लाख का पुलिस ने इनाम भी घोषित किया है।
इसके साथ ही इंदौर में कुल मिलाकर 50 से ज्यादा स्थानों पर कार्रवाई कर अवैध निर्माणों केा गिराया गया है। संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी ने कलेक्टर, नगर निगम आयुक्त सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को यह कार्रवाई लगातार जारी रखने के निर्देश दिए हैं। इंदौर के कलेक्टर लोकेश जाटव ने ऑपरेशन क्लीन के तहत तीन सदस्यीय हाईपावर कमेटी बनाई है। यह कमेटी असामाजिक तत्वों और माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
भोपाल में भी माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई तेज से जारी है। भू-माफिया पिंकी भदौरिया और बाबू मस्तान पर एफआईआर दर्ज कर 10 हजार का इनाम घोषित किया गया। इसके साथ ही भू-माफिया मुख्तार मलिक पर एफआईआर दर्ज कर श्यामला हिल्स का मकान सील कर दिया है। तौफीक शूटर के खिलाफ एफआईआर आर दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है। कई अवैध कब्जों को भी ढहाया गया है।
विभिन्न थाना क्षेत्रों में भूखंडों को कूटरचित फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेचने, स्टाम्प पेपर पर एवं कोरे चेक पर हस्ताक्षर करवाने, फ्लैटों पर ताला लगा देने, कर्ज नहीं चुकाने, अतिक्रमण कर भूखंड काटने और शासकीय भूमि पर फर्जी दस्तावेज पेश कर कालोनी काटने, फर्जी दस्तावेज से प्लाट बेचने, अवैध कब्जा करने, वैध कालोनी बताकर अवैध कालोनी पर प्लाट काटने और कूटरचित नोटरी तथा दस्तावेजों को देकर प्लाटधारकों से लाखों रुपये प्राप्त कर धोखाधड़ी करने पर कई अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
भोपाल की सबसे चर्चित कॉलोनी रोहित गृह निर्माण समिति से जुड़े लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस समिति से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के करीबी जुड़े हुए हैं।
एक तरफ जहां भू-माफियाओं के खिलाफ इंदौर, भोपाल के अलावा जबलपुर, ग्वालियर में अवैध कब्जे हटाए जा रहे हैं। वहीं, दूध उत्पादों हो रही मिलावट के लिए शुद्ध के लिए युद्ध अभियान जारी है। इस कारोबार में लगे माफियाओं पर कार्रवाई जारी है।
इसी तरह खाद, बीज और उर्वरक में होने वाले मिलावट को रोकने भी अभियान चलाया गया। कृषि मंत्री सचिन यादव ने बताया कि 3915 उर्वरक वितरण स्थलों का निरीक्षण कर 2804 नमूने लिए और 339 प्रकरणों पर कार्यवाही की गई। इसके अलावा 4632 बीज वितरण केंद्र का निरीक्षण कर किया गया, 3560 नमूने लिए 258 मामलों पर कार्रवाई की गई।
राज्य सरकार द्वारा माफियाओं के खिलाफ शुरू हुई कार्रवाई से अवैध कारोबार से जुड़े लोगों में दहशत है। यही कारण है कि कई माफिया अपने क्षेत्रों को छोड़कर भाग गए हैं। इन माफियाओं पर इनाम भी घोषित किए गए है।
Created On :   17 Dec 2019 9:30 PM IST