पाक के खिलाफ साजिश रचने के लिए पाक अधिकृत कश्मीर के प्रधानमंत्री पर मामला दर्ज (आईएएनएस एक्सक्लूसिव)
- पाक के खिलाफ साजिश रचने के लिए पाक अधिकृत कश्मीर के प्रधानमंत्री पर मामला दर्ज (आईएएनएस एक्सक्लूसिव)
इस्लामाबाद / नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान अधिकृत जम्मू एवं कश्मीर के प्रधानमंत्री फारूक हैदर खान पर लाहौर में अपनी पार्टी के नेता नवाज शरीफ के हालिया ऑनलाइन भाषण को सुनकर पाकिस्तान के खिलाफ साजिश रचने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। वीडियो में पाक सेना की आलोचना की गई थी।
इस्लामाबाद के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ, फारूक हैदर खान और पार्टी के अन्य नेताओं के खिलाफ सोमवार को लाहौर के शाहदरा पुलिस स्टेशन में पाकिस्तान और सेना के खिलाफ साजिश करने का मामला दर्ज किया गया।
यह प्राथमिकी साइबर अपराध से संबंधित पाकिस्तान दंड संहिता, पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ने की आपराधिक साजिश, पाकिस्तान के निर्माण की निंदा, अपनी संप्रभुता के उन्मूलन की वकालत, विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और पदोन्नति के तहत दर्ज की गई।
पिछले सप्ताह पीएमएल-एन की केंद्रीय कार्यकारी समिति और केंद्रीय कार्यसमिति की बैठकों में भाग लेने को लेकर मरियम नवाज, राणा सनाउल्ला, अहसान इकबाल, शाहिद खाकान अब्बासी, परवेज राशिद, मर्रियम औरंगजेब, अताउल्लाह तरार सहित अन्य पर भी मामला दर्ज किया गया है।
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, एफआईआर में कहा गया है कि लंदन में चिकित्सा उपचार का लाभ उठाने के बजाय, नवाज भड़काऊ भाषण देकर देश और उसके संस्थानों को बदनाम करने की सुनियोजित साजिश कर रहे हैं।
समाचार पत्र के अनुसार, यह आरोप लगाया गया है कि 20 सितंबर और 1 अक्टूबर को दिए गए भाषणों में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पड़ोसी देश भारत की नीतियों का समर्थन किया, ताकि पाकिस्तान वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) की ग्रे सूची में बना रहे।
एफआईआर में कहा गया है कि नवाज के भाषणों का मुख्य उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सामने पाकिस्तान को अलग-थलग करना और इसे एक दुष्ट देश घोषित करना है।
प्रधानमंत्री इमरान खान ने पिछले सप्ताह नवाज शरीफ पर पाकिस्तानी सेना के खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र का आरोप लगाते हुए कहा था कि नवाज खतरनाक खेल खेल रहे हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि भारत पीएमएल-एन नेता की मदद कर रहा है।
गौरतलब है कि नवाज शरीफ ने लंदन से 20 सितंबर को इस्लामाबाद में आयोजित एक महत्वपूर्ण बहुपक्षीय वर्चुअल सम्मेलन में बात करते हुए सेना पर हमला किया था, साथ ही सेना को इमरान खान की अक्षम सरकार स्थापित करने, पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और विदेशी संबंधों को खत्म करने, मीडिया को बंद करने और बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का भी आरोप लगाया था।
उन्होंने कहा था कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि पाकिस्तान के सशस्त्र बल देश के संविधान और संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना के नजरिए के अनुसार सरकारी व्यवस्था से दूर रहे, और लोगों की पसंद में हस्तक्षेप न करे।
शरीफ ने कहा था, हमने इस देश को अपनी नजर में और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी मजाक बना दिया है।
पाकिस्तान में भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण जेल जा चुके पूर्व प्रधानमंत्री शरीफ पिछले साल नवंबर से चिकित्सा उपचार के लिए ब्रिटेन में हैं।
सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रमुख विपक्षी दलों ने भाग लिया था, जिसमें जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (फजल) प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान शामिल थे।
एमएनएस-एसकेपी
Created On :   7 Oct 2020 1:30 PM IST