PNB: 10 सस्पेंड, घोटाले से जुड़ी हर बात जानिए यहां

CBI Gets Complaints Against Nirav Modi From Punjab National Bank
PNB: 10 सस्पेंड, घोटाले से जुड़ी हर बात जानिए यहां
PNB: 10 सस्पेंड, घोटाले से जुड़ी हर बात जानिए यहां

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक में हजारों करोड़ की हेराफेरी की आशंकाओं को वित्त मंत्रालय ने खारिज कर दिया है। हालांकि CBI सूत्रों की माने तो 280 करोड़ रुपए का घोटाला हो चुका है। पीएनबी के लेटर ऑफ अंडरटेकिंग पर हांगकांग स्थित इलाहबाद बैंक और एक्सिस बैंक 280 करोड़ रुपए रिलीज कर चुके है। इस मामले में पीएनबी के 10 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। बता दें कि बुधवार सुबह बैंक अधिकारियों ने पंजाब नेशनल बैंक की मुंबई शाखा में 177.17 करोड़ डॉलर यानी करीब 11,300 करोड़ रुपए के हेरफेर की बात कही थी।

इन्होंने दिया घोटाले को अंजाम
घोटाले का आरोप हीरा कारोबारी नीरव मोदी, उनके भाई निशाल, पत्नी अमी और मेहुल चीनूभाई चोकसी पर है। CBI के अलावा ED (प्रवर्तन निदेशालय) और SEBI (सेक्यूरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) भी मामले की जांच कर रही है। CBI को इस मामले में दो कंप्लेंट मिली है। पीएनबी की मुंबई स्थित कालाघोड़ा फोर्ट ब्रांच में इस घोटाले को अंजाम दिया गया है। PNB की मुंबई ब्रांच का यह मामला अनधिकृत ट्रांजेक्शन से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। इन ट्रांजेक्शन से कुछ चुनिंदा अकाउंट होल्डर को फायदा पहुंचाया जा रहा था। बैंक की तरफ से इस बारे में बाम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) को जानकारी दे दी गई है। इस फर्जीवाड़े का असर कुछ दूसरे बैंकों पर भी देखने को मिल सकता है। इस पूरे मामले की जांच बैंक की आंतरिक कमेटी भी कर रही है।

ऐसे दिया गया पूरे घोटाले को अंजाम

  • सबसे पहले कारोबारियों ने हांगकांग से सामान इंपोर्ट करने की बात कही।
  • सामान मंगाने के लिए उन्होंने पीएनबी से लेटर ऑफ अंडरटेकिंग जारी करने की मांग की।
  • उन्होंने लेटर ऑफ अंडरटेकिंग हांगकांग में मौजूद इलाहबाद बैंक और एक्सिस बैंक के नाम पर जारी करने की गुजारिश की।
  • लेटर ऑफ अंडरटेकिंग का मतलब होता है कि जो सामान खरीदा जा रहा है उसके पैसे देने की गारंटी बैंक देता है।
  • पीएनबी ने हांगकांग में मौजूद इलाहबाद बैंक को 5 और एक्सिस बैंक को 3 लेटर ऑफ अंडरटेकिंग जारी किए।
  • हांगकांग से करीब 280 करोड़ रुपए का सामान इंपोर्ट किया गया।
  • 18 जनवरी को इन तीनों कंपनियों के लोग इम्पोर्ट दस्तावेजों के साथ पीएनबी की मुंबई ब्रांच में पहुंचे और पैसों का भुगतान करने को कहा।
  • बैंक अधिकारियों ने कहा कि जितना भी पैसा विदेश में भेजना है उतना नगद जमा करना पड़ेगा।
  • कंपनियों के अधिकारियों ने फिर लेटर ऑफ अंडरटेकिंग दिखाया और इसके आधार पर पेमेंट करने को कहा।
  • बैंक ने जब जांच शुरु की तो उनके होश उड़ गए क्योंकि पीएनबी के रिकॉर्ड में कहीं भी जारी किए गए आठ लेटर ऑफ अंडरटेकिंग का जिक्र नहीं था, मतलब बैंक में बिना पैसा गिरवी रखे लेटर ऑफ अंडरटेकिंग जारी करवाए।
  • बैंक की तरफ से केस दर्ज किया गया, मामला सीबीआई में पहुंचा, जांच हुई तो पता चला कि सभी 8 लेटर ऑफ अंडरटेकिंग फर्जी तरीके से जारी किए गए।
  • पीएनबी के डिप्टी मैनेजर गोकुलनाथ शेट्टी ने एक दूसरे कर्मचारी के साथ मिलकर लेटर जारी किेए और इन्हें सिस्टम में कहीं नहीं दिखाया।
  • हांगकांग में जिससे सामान इंपोर्ट किए गए हैं। उनकी बैंक गारंटी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग के आधार पर हांगकांग में मौजूद इलाहाबाद बैंक और एक्सिस बैंक ने ली थी। 
  • यानी अब इन 280 करो़ड़ रुपयों की देनदारी पीएनबी की हो गई है।

 

 

 

नियंत्रण के बाहर नहीं मामला
वित्त मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मामला "नियंत्रण के बाहर" नहीं है और इस बारे में उचित कार्रवाई की जा रही है। हालांकि अन्य बैंकों में ऐसी घटना न होने पाए इसलिए मंत्रालय ने देश के सभी बैंकों से एक हफ्ते के अंदर रिपोर्ट तलब की है। वित्तीय सेवा विभाग में संयुक्त सचिव लोक रंजन ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि यह नियंत्रण से बाहर या इस समय कोई बड़ी चिंता की बात है।’ बैंक की तरफ से कहा गया कि वसूली के लिए यह मामला विधि प्रवर्तन एजेंसियों को भेज दिया गया है।

बैंक की तरफ से आया बयान
बैंक ने कहा कि इन लेनदेन के आधार पर अन्य बैंकों ने संभवत: कुछ ग्राहकों को विदेशों में ऋण दिया है। इस मामले को पहले ही विधि प्रवर्तन एजेंसियों को भेज दिया गया है, जिससे दोषियों के खिलाफ कानून के हिसाब से कार्रवाई हो सके। बैंक ने कहा कि वह स्वच्छ और पारदर्शी बैंकिंग को लेकर प्रतिबद्ध है। पंजाब नेशनल बैंक में इस धोखाधड़ी को लेकर चिंतित वित्त मंत्रालय ने सभी बैंकों को इस मामले से जुड़ी या इस प्रकार की घटनाओं के संबंध में सप्ताह के अंत तक रिपोर्ट देने को कहा है।

 



बैंक ने कहा, जारी हो लुकआउट नोटिस
पीएनबी ने कुछ दिन पहले अरबपति ज्वेलरी डिज़ाइनर नीरव मोदी और एक ज्वेलरी कंपनी के खिलाफ सीबीआई से शिकायत की थी। बैंक का आरोप है कि नीरव, उनके भाई निशाल, पत्नी अमी और मेहुल चीनूभाई चोकसी ने बैंक के अधिकारियों के साथ साज़िश रची और फ्रॉड ट्रांजैक्शन्स को अंजाम दिया। पिछले हफ्ते भी सीबीआई ने नीरव मोदी के खिलाफ जांच करने की बात कही थी। पीएनबी ने इन लोगों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने के लिए कहा है। ताकि ये देश छोड़कर बाहर न जा सके। बता दें कि नीरव मोदी की गिनती देश ही नहीं, बल्कि दुनिया के सबसे अमीर एंटरप्रेन्योर में होती है। वे पहले ऐसे कारोबारी हैं जिनका जिनका नाम ही उनका ब्रांडनेम बन गया है।

पीएनबी के शेयर में 10 फीसदी की गिरावट
इस फर्जीवाड़े की जानकारी सामने आने के बाद पीएनबी का शेयर कारोबार के अंत में 10.39 फीसदी टूटकर 144.85 रुपये पर बंद हुआ। इससे निवेशकों के 3000 करोड़ रुपए से भी ज्यादा डूब गए हैं। बुधवार को शुरुआती कारोबार में भी पीएनबी का शेयर 5.7% तक गिर गया था।

 

 

Created On :   14 Feb 2018 10:35 PM IST

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