केंद्र कचरा प्रबंधन स्टार्टअप को दे रहा बढ़ावा
- सहयोग से स्वच्छता स्टार्टअप चैलेंज
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कचरा प्रबंधन क्षेत्र में स्टार्टअप्स और उद्यमियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से केंद्र ने जनवरी में उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के सहयोग से स्वच्छता स्टार्टअप चैलेंज शुरू किया था। आवास और शहरी मामले के राज्यमंत्री कौशल किशोर ने सोमवार को लोकसभा में यह बात कही।
किशोर ने कहा कि सामाजिक समावेश, शून्य डंप, प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन और पारदर्शिता के रूप में पहचाने गए चार विषयगत क्षेत्रों के तहत डोमेन में काम कर रहे स्टार्टअप से आवेदन प्राप्त हुए थे। इन स्टार्ट-अप्स का मूल्यांकन उनके द्वारा पेश किए गए समाधानों की गुणवत्ता के लिए किया जाएगा। मंत्री ने विस्तार से बताया, योजना के तहत, स्टार्टअप्स से दस सर्वश्रेष्ठ समाधानों का चयन किया जाएगा और उनमें से प्रत्येक को प्रति चयनित परियोजना के लिए 25 लाख रुपये की वित्तीय सहायता और एक साल के लिए समर्पित इनक्यूबेशन समर्थन मिलेगा।
उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त, दिसंबर 2021 में एक स्वच्छ प्रौद्योगिकी चुनौती भी शुरू की गई थी। किशोर ने कहा, सभी शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) ने चुनौती का संचालन किया और राज्यों को दो सर्वश्रेष्ठ समाधान प्रस्तुत किए, जिसके बाद राज्यों ने अधिकतम तीन सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों की पहचान करने के लिए प्रविष्टियों का मूल्यांकन किया। देशभर में यूएलबी को पुरस्कार राशि के अलावा विजेता समाधान स्टार्टअप को कार्यान्वयन सहायता प्रदान करनी है।
उन्होंने आगे कहा कि स्वच्छ भारत मिशन शहरी 2.0 दिशानिर्देशों के तहत अनुसंधान और डिजाइन (आर एंड डी) में निवेश के माध्यम से स्टार्टअप द्वारा स्वच्छता और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में स्थानीय रूप से नवाचार, लागत प्रभावी प्रौद्योगिकी समाधान और व्यापार मॉडल अपनाने को प्रोत्साहित करने के लिए प्रावधान किए गए हैं।
(आईएएनएस)
Created On :   15 March 2022 1:00 AM IST