#MeToo : एक्शन में केंद्र सरकार, जांच कमिटी गठित करने का किया ऐलान
- मेनका गांधी ने कहा है कि एक-दो दिन में यह कमेटी काम करने लगेगी।
- केंद्र सरकार ने #MeToo पर एक्शन लेते हुए एक बड़ा फैसला लिया है।
- महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने मामलों की जांच के लिए एक कमेटी बनाने का ऐलान किया है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पिछले साल हॉलीवुड से शुरू हुए MeToo कैंपेन से भारत में कुछ ऐसे राज खुलकर सामने आए हैं, जिसने फिल्म इंडस्ट्री से लेकर आम जिंदगी तक सबको हिला कर रख दिया है। इस पर एक्शन लेते हुए केंद्र सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने #MeToo कैंपेन के तहत सामने आए मामलों की जांच के लिए एक कमिटी बनाने का ऐलान किया है। इस कमिटी का नाम इंटरनल कंप्लेनट्स कमिटी (ICC) रखा गया है। मेनका गांधी ने कहा है कि एक-दो दिन में यह कमिटी काम करने लगेगी। इसके बाद सभी पीड़ित महिलाएं कमिटी के पास जाकर अपनी शिकायतें बता सकती हैं।
मेनका गांधी ने कहा कि यह कमिटी सभी वर्किंग प्लेस और ऑफिस में जाएगी, चाहे वह पब्लिक सेक्टर हो या प्राइवेट सेक्टर ऑफिस। इसके बाद कमिटी वहां सेक्सुअल हरासमेंट से डील करने के लिए बनाए गए रूल्स और रेगुलेशन की जानकारी इकट्ठा करेगी और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को इसकी जानकारी देगी। यह कमिटी मंत्रालय को यह भी बताएगी कि इन रूल्स को कैसे सुधारा जा सकता है और मजबूत किया जा सकता है।
मेनका गांधी ने इस कमेठी का गठन करते हुए कहा कि इसके मेंबर्स में केवल सीनियर जज और कानून से जुड़े लोगों को शामिल किया जाएगा। मेनका ने कहा, "मैं #MeToo कैंपेन का समर्थन करती हूं। जहां पर महिलाएं काम करती हैं वहां किसी भी तरह की बद्तमीजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मैं हर शिकायत के पीछे छिपे उनके दर्द को समझती हूं और उनपर भरोसा करती हूं। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय वर्क प्लेस पर सेक्सुअल हरासमेंट के केस को जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ डील करती रही है और आगे भी करेगी।"
मेनका ने कहा कि महिलाएं बहुत से माध्यमों से ICC को अपनी सेक्सुअल हरासमेंट से संबंधित शिकायत दर्ज करवा सकती हैं। महिलाएं या तो इसके वेब पोर्टल के "She-Box" http://www.shebox.nic.in/ पर अपना कम्प्लेन डाल सकती हैं, या फिर हमें min-wcd@nic.in पर मेल भी कर सकती हैं। इसके अलावा वह हमारे ट्वीटर हैंडल #HelpMeWCD पर ट्वीट भी कर सकती हैं। मेनका ने कहा, "मैं चाहती हूं कि सभी महिलाएं खुलकर अपनी बातें रखें। मैं उन्हें भरोस देती हूं कि उन्हें किसी से भी डरने की कोई जरूरत नहीं है। सभीपर एक्शन लिया जाएगा और हमारी तरफ से सभी प्रकार की मदद की जाएगी।"
बता दें कि MeToo कैंपेन के तहत लोग अपने साथ हुए किसी भी बुरे अनुभव को #MeToo के साथ शेयर करते हैं। इसमें स्त्री-पुरुष, अमीर-गरीब कोई भी अपने साथ हुए कोई भी ऐसे भयावह एक्सपीरियंस को बता सकता है, जो उसे आज भी सोने नहीं देता। यह शब्द सबसे पहले 2006 में सामने आया था। हालांकि यह 2017 में चर्चा में आया था। इस दौरान बॉलीवुड की एक्ट्रेस टिस्का चोपड़ा और स्वरा भास्कर भी इस कैंपेन में खुलकर सामने आई थीं। हालांकि पिछले कुछ दिनों में यह ज्यादा ही चर्चा में आया है। तनुश्री दत्ता, विनीता नंदा, चिन्मयी श्रीपदा, पूजा भट्ट और सपना पब्बी जैसी कुछ एक्ट्रेस ने अपने साथ हुए सेक्शुअल हरासमेंट के खिलाफ बयान दिए हैं।
Created On :   12 Oct 2018 6:00 PM IST