एक कप चाय के दाम से हैरान हुए चिदंबरम, कैंसिल किया ऑर्डर

Chidambarams tweet led to a storm in a tea cup
एक कप चाय के दाम से हैरान हुए चिदंबरम, कैंसिल किया ऑर्डर
एक कप चाय के दाम से हैरान हुए चिदंबरम, कैंसिल किया ऑर्डर

डिजिटल डेस्क, चेन्नई। भारत में चाय का एक विशेष स्थान है। मॉर्निंग की सैर हो या सड़को पर घूमना या शाम को दोस्तों के साथ मिलना। सुबह की अच्छी शुरूआत से लेकर दिनभर काम करने के बाद अगर कुछ याद रहता है तो वो है एक कप चाय। लेकिन चाय के एक प्याले ने देश की इकोनॉमी का हिसाब-किताब रखने वाले देश के पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के होश उड़ा दिए। दरअसल चिदंबरम ने चेन्नई एयरपोर्ट पर चाय का ऑर्डर दिया। चाय का रेट सुनकर वह हैरान हो गए और उन्होंने चाय का ऑर्डर कैंसिल कर दिया।

चिदंबरम का सवाल, मैने सही किया या गलत?
चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा, “चेन्नई एयरपोर्ट पर कॉफी-डे में मैंने चाय मांगी, उन्हें गर्म पानी और टी बैग दिया गया। कीमत थी 135 रुपए, भयावह, मैंने लेने से इनकार कर दिया, उन्होंने पूछा क्या मैं सही था या गलत?” चिदंबरम ने फिर एक ट्वीट किया और लिखा, “कॉफी यहां पर 180 रुपए में बिक रही है, मैंने पूछा कौन खरीदता है इसे? जवाब मिला-‘कई लोग’ क्या मैं आउटडेटेड हो गया हूं।” उनके ट्वीट से साफ जाहिर हो रहा है कि वो इन कीमतों को लेकर किस कदर नाराज हैं।

 

 



ट्विटर यूजर्स ने किया ट्रोल
चिदंबरम के इस ट्वीट के बाद यूजर्स ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया है। यूजर्स मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसे चिदंबरम के बेटे कार्ति को लेकर चिदंबरम को घेर रहे है। आर. जगन्नाथन नाम के एक ट्वीटर यूजर ने लिखा, कार्ति के पास बुहत पैसे है अगर वह सिंघवी को अपना लॉयर रख सकते है। वहीं एक अन्य यूजर ने अंग्रेजी अखबार की कटिंग शेयर की जिसमें लिखा है कि चिदंबरम के बेटे कार्ति की मलेशिया में कैपे कॉफी डे की फ्रेंचाइजी है।

 

 



INX मीडिया घोटाले में फंसे है कार्ति
बता दें कि इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने मई 2017 में पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम के खिलाफ मई 2017 में प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत केस दर्ज किया था। कार्ति पर आरोप है कि उन्होंने अपने पिता के पॉवर का गलत इस्तेमाल कर कंपनियों को फायदा पहुंचाया और उसके एवज में फंड लिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कार्ति ने साल 2007 में मुंबई की INX मीडिया कंपनी को फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड (FIPB) की मंजूरी दिलाने में मदद की। इसके बाद INX को 305 करोड़ रुपए मिले और इसके बदले में कार्ति को 10 लाख डॉलर (करीब 7 करोड़ रुपए) दिए गए। उस दौरान उनके पिता पी. चिदंबरम यूपीए सरकार में वित्त मंत्री थे। FIPB की मंजूरी मिलने के बाद INX मीडिया और कार्ति की कंपनियों के बीच 3.5 करोड़ रुपए का लेन-देन हुआ। बता दें कि INX मीडिया कंपनी के मालिक पीटर मुखर्जी और इंद्राणी मुखर्जी हैं, जो अपनी बेटी शीना बोरा के मर्डर के आरोप में जेल में बंद हैं।         

 

Created On :   25 March 2018 7:09 PM IST

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